नजरों से उनकी मेरी मिली जब नजर ,
एक अजब सी मेरे दिल में हलचल हुई l
वो मेरे सामने मैं खड़ा सामने ,
ताकते ताकते रात यूं ढल गई l
नजरों से....................
उसकी नजरों ने जाने क्या जादू किया ,
एक नजर में ही मुझको था पागल किया l
उसकी बातों में जाने वो क्या बात थी ,
प्यार के रास्ते दिल में वो बस गई l
नजरों से.....................
उसने बाहों में बाह मेरे डालकर ,
ऐसा मदहोश मुझको ही था कर दिया l
होके बेहोश सा बेखबर हो गया ,
जाने बाहों में भर के वो क्या कर गई l
नजरों से उसकी....................
अब तो ख्वाबों में आने लगी थी मेरे ,
बस गई थी नजर से वो दिल में मेरे l
जिसके ख्वाबों खयालों में मैं खो गया ,
मुझको दीवाना करके कहां खो गई l
नजरों से उसकी मेरी मिली जब नजर ,
एक अजब सी मेरे दिल में हलचल हुई ll
(शरद शुक्ला)