जाती या मानसिकता © Vimal Kishore; September 2020 जाति या मानसिकता ? सबसे पहले तो मैं ये साफ कर देना चाहता हूँ कि इस लेखको पढ़ने से पहले जातिगत मानसिकता, वर्गीय विचारधारा या कोई भी जातिसूचक शब्द, अपने मस्तिष्क से अलग निकाल कर रखदें, क्योंकि मेरा इस लेख को लिखने काअभिप्रयाय ही इस भावना से प्रेरित है क
अब तक हिंदी न्यूज़ /प्रजायगराज/मेजा/पट्टीनाथ राय गांव के प्रत्येक वर्ग के लोगों को जागरूक बनाना हमारी प्राथमिकता__ श्यामराज यादव अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी सिरसा मण्डलआज नेहरू युवा केंद्र प्रयागराज युवा खेल मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशन में मेजा के राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक रविशंकर द्वारा निरंतर जन
मै मध्यम वर्ग,एक निरीह प्राणी हूं, लॉकडॉउन की घोषणा हुई ,छुट्टियों का सोच मुझे बड़ी खुशी हुई,कुछ दिन घर में बीते हंसी खुशी,धीरे धीरे काफुर हुई सारी खुशी।सब्जी खत्म, आटा खत्म,दूध की किल्लत,दाल चांवल के डिब्बे बोलने लगे ,बीबी की आवाज़ सुन,माथे पर आईं सलवट।अंदर सुनो ना ,तो बा
जब पूरी दुनियां मानवाधिकार और वर्ग सघर्ष कर रही थी, तब हिन्दुस्तान अपनी आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा था. दुनियां की सबसे पहली मानवाधिकार की लड़ाई शायद फ्रांस में 1789 में लड़ी गई थी. उसके बाद ये आग जल्दी ही पुरे यूरोप में लगने लगी और फिर अमेरिका तक पहुँच गई. उस