नेता विजयकांत का गुरुवार को निधन हो गया है। उनकी तबियत खराब हो गई थी। वे कोरोना का शिकार हो गए थे। उसके बाद उन्हे सांस लेने में परेशानी आने लगी, उन्हे चेन्नई के प्राइवेट हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया।
उनकी तबियत ज़्यादा खराब होनी के कारण उन्हे वेंटिलेटर पर रखा गया था। लेकिन उनकी दिक्कत ज़्यादा बढ़ गई और उनका निधन हो गया। हॉस्पिटल में उन्हे मृत घोषित कर दिया गया है।
विजयकांत ने 2005 में DMDK पार्टी का गठन किया था। शुरू में उनकी पार्टी ने सफलता की ऊँचाई को छुआ लेकिन धीरे - धीरे उनकी पार्टी में मुश्किले आने लगी। उनकी पार्टी को मुश्किलो का सामना करना पड़ रहा था। शुरू में विजयकांत ने चुनाव को लड़ा और जीता भी लेकिन उनके पर्टी के अनेक लोगो को हार का सामना करना पड़ा।
उनके निधन की बात जब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पता चली तो उन्होंने शोक जताया और ट्वीट किया। उनका निधन एक खालीपन को छोड़ गया है। उन्होंने चाहे नेता के रूप में हो या अभिनेता के रूप में हो सबका दिल जीता लिया था। उनका जगह कोई और नही ले पाएगा।
सिर्फ प्रधानमंत्री ही नहीं अमित शाह , राहुल गाँधी भी जताया दुःख. उनके साथ साथ और भी बहुत नेता ने अपना शोक जताया. विजयकांत 71 वर्ष के थे , किसी को भी उम्मीद नहीं थी उनके जाने की लेकिन आज गुरूवार के दिन वे सबको अलविदा कह गए.