मुझे नही पता मै क्या लिखूंगा मगर कोशिश यही करूंगा की जो लिखू वो आप को एक मुस्कान जरूर दे।मै विशाल ,प्रयागराज का हूं।😍😍😍😍
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रात जितनी बढ रही थी ,खामोशी उतनी ही फैल रही थी । रूठ कर तेरा ,यूं बैठना कहा मेरे दिल की पुकार सुन पा रही थी ।।😍😍😍😍😍😍😍