मुझे कहता ए जमाना बिगड़ा, मैं किसी की सुनतीं ही नहीं.. मुझसे रूठे है मेरे अपने, घर बाहर यार परिवार, अब कोई बात करता नहीं। मुझे कहता है जमाना बिगड़ा, मैं किसी की सुनतीं ही नहीं... मैं भी हूं आखिर इंसान, कब तक मैं झुकती रहूं.. दिल पर लगें हैं कितने घाव, ये किसी ने कभी पूछिया ही नहीं, सब अपने गए हैं रू
वाह! क्या हाल और समाचार है? सावन की बौछार है। कोरोना की मार है। बनती बिगड़ती सरकार है, चुनाव कराने के लिए आयोग हर हाल में तैयार है। बाहरवी में बहुत से बच्चे 90% से पार है। वही दसवीं कक्षा का रिजल्ट पिछली बार से बेकार है। चीन, पाकिस्तान सीमा पर कर रहा वार है। इधर नेपाल भी कर रहा तकरार है। यूपी में
तू घणी बोले एंड बेंड तेरा आल्या से एंड घणी बोले एंड बेंड तेरा आल्या से एंड गहना मतन्या बणावे भोली बुच छोरी रै तेरा जा लिया सै टैम मेरा आ लिया सै टैम तेरे यार का भी आवेगा ट्रेंड छोरी रै पुरे सांग क लिरिक्स देखने के लिए निचे लिंक पर क्लिक करे Trand Yaar Ka New Haryanvi Song Lyrics Hindi
अकेला होता हूँ तो करता हूँ तुझे याद, महफ़िल में होता हूँ तो करता हूँ तेरी बात.सुबह, दिन, शाम हो या हो काली रात,हर वक्त रहता है तेरे आने का इंतज़ार. भूल नहीं पाता वक्त जो गुज़रा तेरे साथ, धुंधला ना जाए यादे करता हूँ तेरी बात. जानत
कुछ चली कुछ रुकी शायदमुझसे कुछ कह रही थीवो यादो की तेज़ हवामेरे लिये ही बह रही थीमैं रोकती भी तो केसे उसेवो लहर जो दिल में उठी थीगहरी इतनी की सागर भी समा जाये तूफ़ान ऐसा कि सब उडा ले जायेमेरी आंखे जो अश्रू से भरी थी बारिश के पानी सी तेज बरसी थींबस उज़डे गुलिस्तां क