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इम्तहान (भाग - 1)

30 अक्टूबर 2021

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राधे राधे दोस्तों 🙏 आज मैं एक नई कहानी लेकर आई हूं इम्तहान (अय्याशी बनाम इश्क़) , जिस कहानी में एक लड़का किस तरह अपने बुरे कारनामों से बाहर आ जाता है जब उसे सच्ची मोहब्बत होती है , और कितने इम्तहान होते हैं उसकी मोहब्बत में तो आईए जुड़ते हैं आप और हम इस इश्क के इम्तहान से ।




कृषिव चंद्रवंशी,,,,😠। एक लड़की चंद्रवंशी एंपायर में चीखती हुई अंदर आई और बाहर किसी ने भी उसे नही रोका । 
कृषिव अपने कैबिन में बैठा लैपटॉप की स्क्रीन पर देख कर मुस्कुरा दिया , 

आखिर तुम आ ही गई ,,,,। 

राभ्या सीधा कृषिव के कैबिन में चली गई ,,,,। उसका चेहरा गुस्से से लाल था , राभ्या ने भड़कते हुए कहा ,
आप मेरे साथ ऐसा नही कर सकते मिस्टर चंद्रवंशी ,,,😠। 
आखिर क्यों ,,, क्यों किया आपने मेरे साथ ऐसा ,,,😭😠।

मैने कोई जबरदस्ती तो नही की थी तुम्हारे साथ ,,। जो भी हुआ ,,,, तुम्हारी मर्जी से हुआ था ,,,। कृषिव ने कहा ।

शादी की रात मुझसे रिश्ता बनाकर वही उसी बिस्तर पर छोड़ कर चले आए आप मुझे,,, वो भी ये नोटो की गड्डी रखकर ,,,, मुझे धंधा करने वाली समझ लिया आपने 😠😭,,,?

कृषिव ने आगे बढ़कर राभ्या को उसकी कमर से पकड़ लिया और अपने बेहद करीब करके उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए , राभ्या ने उसे एक झटके से दूर किया ।

राभ्या की इस हरकत से कृषिव को हंसी आ गई । 

आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे हाथ लगाने की ,,, राभ्या ने गुस्से में घूरते हुए कहा । 

मैने तो वही किया है जो मेरा हक़ है,,,।  कृषिव ने तीखी मुस्कान के साथ राभ्या से कहा । 

आपका मुझपर कोई हक़ नहीं है ,,, मिस्टर चंद्रवंशी,,😠। 
मैं जा रही हूं और मुझे ढूंढने की कोशिश भी मत करना,,,। 
राभ्या गुस्से ने तनतनाती हुई वहां से चली गई ।

कृषिव ने अपने जेब से मोबाइल निकाला और एक नंबर डायल कर दिया 
विश,,, राभ्या पर नज़र रखो ,,,,। 
(विशाल उर्फ़ विश  और कृषिव उर्फ़ कृष दोनो बिज़नेस पार्टनर थे और अच्छे दोस्त भी । )

क्या हुआ कृष ,,,,? विश ने परेशान होकर कहा । 

राभ्या पर नजर रख विश,,,, वो इस शहर से बाहर नही जानी चाहिए । कृष ने लगभग ऑर्डर देते हुए कहा। 

ठीक है ,,,, पर तू मुझे ये तो बता कि हुआ क्या है ?कही तुझे प्यार तो नही हो गया राभ्या से ,,? विश ने हैरानी से पूछा ।

कृषिव चंद्रवंशी को किसी लड़की से प्यार नही हो सकता  सकता ,,,,, । कृष ने अपनी एक भौंह ऊपर उठाते हुए कहा। 

देख उसे अपना ले बाकी लड़कियों से अलग है वो ,,,। लड़कियां मरती हैं तुझ पर और तेरे एक इशारे पर तेरे बिस्तर तक पहुंच जाती हैं ,,,। पर राभ्या ,,, तुझे उससे शादी करनी पड़ी अपनी जिद पूरी करने के लिए ,,, जो हुआ उसे छोड़ दे और अपना ले उसे वो बीवी है तेरी ,,,,। और यही सच है,,,,। विश ने उसे समझाना चाहा।

नही है वो मेरी बीवी 😠 वो सिर्फ मेरी ज़रूरत है,,, सिर्फ ज़रूरत,,,😠।  और मेरी ज़रूरत पूरी करने के लिए उसे आना होगा हर बार मेरे करीब ,,,। कृष ने गुस्से में कहा।
इससे पहले विश कुछ कह पाता कृष ने फोन काट दिया। 
और चेयर पर सर टिका कर बैठ गया , उसने अपनी आंखे बंद कर ली तुरंत उसकी आंखो में राभ्या का चेहरा घूम गया उसने झट से आंखे खोली और अपने कैबिन से बाहर निकल कर ऑफिस से बाहर निकल गया उसने गार्ड्स को अपने साथ आने से मना कर दिया और खुद ही कार ड्राइव करके चला गया। 

आगे जारी है,,,।


राधे राधे दोस्तों 🙏आगे की कहानी नेक्स्ट पार्ट में अगर मुझसे कोई गलती हुई हो तो माफी चाहती हूं आपको कहानी कैसी लग रही है मुझे कॉमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं  जैसे आपको कहानी के अगले भाग का इंतजार रहता है वैसे ही मुझे आपके कॉमेंट्स का इंतजार रहता है आपके कॉमेंट्स मुझे और अच्छा लिखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं धन्यवाद 🙏😊

श्रद्धा ' मीरा ' ✍️
Shakti

Shakti

Nice

1 नवम्बर 2021

देव शर्मा

देव शर्मा

शानदार शुरुआत 👌👌💐

31 अक्टूबर 2021

Pragya pandey

Pragya pandey

Nice part 🙏😊

30 अक्टूबर 2021

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रचनाएँ
इम्तहान ( अय्याशी बनाम इश्क़ )
5.0
ये कहानी है कृषिव चंद्रवंशी और राभ्या की ,, उनकी जिंदगी की उतार चढ़ाव की ,, कृषिव के टूटे हुए अस्तित्व की ,, राभ्या के प्यार की,, किस तरह राभ्या कृषिव को किस तरह वापस सही रास्ते पर लाई उसे फिर से एक अच्छा इंसान बनाया ,, कैसे उस अय्याश के दिल में अपने लिए जगह बनाई ,, तो जुड़िए मेरे साथ इन दोनो की मोहब्बत के इम्तहान के साथ ।
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