"एक यह सियार है"नम्रता को सरकारी नौकरी मिली तो परिवार खुशियों से झूम उठा। स्वाभाविक है नम्रता के अरमान फलने फूलने लगे और वह अपने हर कर्म को और भी लगन से करने लगी। कार्यालय में मित्र और उसके अधिकारी सब के सब उससे संतुष्ट थे। एक वर्ष कैसे बीत गया उसे पता भी न चला। जब उसके म