"हाइकु"करिए योगऋषि संत निरोगकरें तो जाने।।-१सुंदर कायामुख मंडल तेजयोग की माया।।-२सुबह शामआलस का क्या कामचलो घूमने।।-३दौड़ते अश्वरंभाती प्रिय गैयाजगाती मैया।।-४सूर्य नमनबैठिए वज्रासनॐ शिव ॐ ॐ।।-५महातम मिश्र गौतम गोरखपुरी
"हाइकु" आयो रे आयो सावन झूम आयो नाचत मोर।।-1 झींगुर किर्रे मेढ़क टर टर्रे निशा चिंतित।।-2 पर्व त्योहार फल फूल बहार सावनी तीज।।-3 धान गड़ाई प्रिय किसान भाई अल्प आहार।।-4 बरखा ऋतु नदिया उतिराई निगोड़ी बाढ़।।-5 टपके ओरी हुई विह्वल गोरी नैन अधीर।।-6 कोयल बोले