अर्थव्यवस्था विकसित हो रही राष्ट्र की
हमको दिखने लगा है ऐसा अभी
जो दिखने लगा
वही लिख रहे हैं/रही है
देवी शब्द गूँजते शब्द सभी।।
यही विकल्प अपनाना हमको
कभी भविष्य में या अभी
ऊर्जा के है संसाधन सीमित
संग मांग समय की भी है अभी।।
आज महंगाई के हालात तो देखो
कोहराम मचा है धरा अभी
महंगाई का है एक
मुख्य कारण
परिवहन महंगा है अभी।।
परिवहन सस्ता मिलेगा लगा हैं
देखो नभ में कुर्सी चल रही अभी
कुर्सी करने लगी परिवहन,जिस पर
वजन रखा दो क्विंटल अभी।।
फ्लैक्सिबल है लगे खंबे सड़कों
लगे पहिए उनमें दिखे अभी
आ,जा सके संग स्थिर,रहे
जेसी जरूरत वैसा काम तभी।।
नहीं रेड लाइट दिखेगी आपको
ना घुमाव दिखेंगे ज्यादा कभी
बिजली की गति से पहुंचे वाहक
जिसको जितनी जल्दी पहुंचे तभी।।
सुरक्षित वाहन सुरक्षित सवारी
ऐसी व्यवस्था दिखेगी कभी
इस कभी को साकार है करना
हैं राष्ट्रीय कर्ज उतारना है हमे अभी।।
संकल्प लिया है धरा हमने
वादा कलम से किया अभी
पंद्रह वर्षों के भीतर भीतर
भारत का कर्ज उतार देंगे कभी।।
सब को नौकरियां सब को रोजगार
है अधिकार आपका आज अभी
आओ दिखला रहे नौकरियां आपको
चाहो तो सत्य कर दो शब्द सभी।।
ऐसा मौका नहीं मिलेगा यारों
सौभाग्य जागा है सबका अभी
राष्ट्र को कर्ज मुक्त करने का संकल्प
जागे सब मैं आज अभी।।
सिर्फ परिवहन व्यवस्था
बदलनी हमको
कर्ज खुद घटेगा धरा अभी
आयात कम हो जाएगा पलो हमारा
राजस्व बड़ने लगेगा तुरंत अभी।।
महंगाई घटेगी तुरंत राष्ट्र की
जब परिवहन सस्ता होगा अभी
परिवहन सस्ता होगा तभी,जब
नभ में कुर्सी चलेगी अभी।।
आओ पूरा करें मिलकर सभी हम
कर्ज मुक्त राष्ट्र की सोचे अभी
साकार कर सकें इन शब्दों को हम
आप ऐसा विचार करें मिलकर सभी।।
जागो राष्ट्र के नौजवानों यही विकल्प अंतिम है एक यहां कल भी अपना ना आज ही अपना लें महंगाई मुक्त राष्ट्र हम दे यहां
क्या देंगे हम अपने भविष्य को सोचो जरा इसकी यहां प्रदूषण युक्त है अब संपूर्ण वातावरण संग नौकरियां नहीं है यहां
Ayat badh Raha din bhar din hamara aap dekho to Jara itihaas आया तो बढ़ रहा दिन में दिन हमारा इतिहास देखो तो उठाकर अभी रुपए का भाव हो चुका है 80 कभी सो के पार भी हो सके यहां
तब की सोचो आज छोड़ो आज की तब क्या होगा धरा यहां कितनी महंगाई बढ़ेगी और संग रोजगार कटेंगे धरा यहां
बहुराष्ट्रीय कंपनियां छाने लगी है आर्थिक संकट बढ़ने लगा यहां यही विकल्प है अंतिम दोस्तों आओ हवा में कुर्सी चलाऐ यहां
नहीं असंभव संभव है यह इसको साकार कर सके हम सभी यहां
सरकार जागे ना जागे हैं फर्ज हमारा
राष्ट्रीय कर्तव्य हमारा है यहां।।
हम संतान हैं अपने राष्ट्र की हमें एहसास मातृत्व का है अभी अपने मातृत्व ऐसा जगह साथियों मां को कर्ज मुक्त करना है हमें अभी
नींव रखेंगे ऐसी अब हम 15 वर्षों के भीतर भीतर कभी राष्ट्रीय कर्ज खुद उतरेगा हमारा डॉलर समान दिखेगा हमें कभी
सोलह लाख करोड़ का
आयात हम करते
मात्र एक ही चीज हैं अभी
उसी का विकल्प है नभ में कुर्सी
सिर्फ उसे मिलकर चलाना हमें अभी।।
खंभे आ जा सके संग स्थिर रह सके
ऊनपर पटरिया बिछानी हमे अभी
कुर्सी लगानी,लगानी हैं मोटर
वस्तु परिवहन हो सके यहां।।
दो क्विंटल भार सह सके वह खंबे
जो खड़े सड़कों पर होंगे कभी
नहीं असंभव मिल सके है खंभे
नभ में कुर्सी चल सकती है अभी।।
सबको मिलेगी नौकरी धरा पर
सब को रोजगार मिलेगा धरा अभी
नहीं औकात सैलरी दे सके आपको
घंटों के हिसाब से नौकरी दे सके अभी।।
सरकार ना जागी तो है फर्ज हमारा
परिवहन व्यवस्था बदले
हम अपनी अभी
जगाए जनता को साथ ले उनका
हम अपने कर्तव्य निभाएं आज सभी।।
है सरकार है उपहार आपको
पूरे पचास लिखित में दिए सभी
पचास उपहार स्वीकारो सरकार आप
एवज में उपहार हमें दो एक अभी।।
हिंदू तलाक नीति का करें आकलन
नारी जीवन व्यर्थ हो रहा अभी
दशकों,दशक ना मिले तलाक तो
नारी जीवन व्यर्थ समान ही है अभी।।
बंध जाती है वह शब्दों से
विवाह ना कर सके कभी
मातृत्व सुख से रहे
वंचित नारी,तलाक में
वर्ष लगते हैं दशकों अभी।।
और तुम कुछ चाहत नहीं हमारी
हम इंसान संकल्पित हैं अभी
हमारे संकल्प पूर्ण हो जाए
यही कामना करे सभी।।ही ही यू