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#डिजिटलीकरण

8 अक्टूबर 2022

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#डिजिटलीकरण

आज बदल रहा मानव खुद को

बदल इतिहास को रहा अभी

देख रहा है वक़्त उसे,दौर

डिजिटलीकरण का

चल रहा अभी।।

,

बीते जमाने की बातें हो जाएगी

जो भोगते अत्तित में थे सभी

अब कभी ना वो दौर आएगा

जिसमे सुकून मिलता था कभी।।01

,

,

प्रदूषण मुक्त था कभी वातावरण हमारा

अधिकांश,स्वस्थ रहते थे प्राणी सभी

स्वस्थ तन था,स्वस्थ मन था,स्वस्थ

मस्तिष्क मानव का था कभी।।

,

आज मानव का मस्तिष्क देखो आप

जिसे चाहो,जब चाहो देखो अभी

गर्दने झुकी हैं,नज़रे धसी हैं

मानव,घुसा मोबाइल में

झुका दिखे अभी।।02

,

,

मनाओ खुशिया है विश्व मानवो

मानव करने,उन्नति लगा अभी

कद बढ़ने लगा है मानव का

परछाई घटती दिखे हैं अभी।।

,

परछाई परिभाषा सदा यही हैं

छाव प्राणी को मिले कभी

घटने लगी हैं छाव धरा

दौर डिजिटलीकरण

का चला अभी।।03

,

,

अब ना मिलती छाव अनजानी

जो पहले मिलती,दिखती थी कभी

राहो हो जाती कभी दुर्घटना कोई तो

मदद के लिए,हाथ,बढ़ते दिखते थे कभी।।

,

चंद यादे अत्तित की बनी आज है

चंद यादे ओर बन जाएगी कभी

धरा हो रहा डिजिटलीकरण

मानव,बदलने खुद को लगा अभी।।04

,

,

माना उनत्ति कर रहा हैं मानव,आज

विश्व से बाते कर सके live अभी

पर बातो से ना भरे कभी पेट हैं

धरा,बंजर होने हैं लगी अभी।।

,

डिजिटलीकरण से जो निकले तरंगे

उससे प्रभाव मस्तिष्क पर पड़े अभी

वो प्राणी विलुप्त होने की कगार पर

जो खेतो से कीड़े,चुग कर खाते थे कभी।।05

,

,

माना मानव कर चुका तरक्की

उपाय ढूंढ लिया इसका अभी

डालो यूरिया,छिड़को दवाई

कीड़े खुद मर जाएंगे सभी।।

,

पर स्वाद बदला अब अन्न का

बदली पौष्टिकता उसमे अभी

नही असत्य आज शब्द हमारे

आप भी भोग रहे हो सत्य अभी।।06

,

,

आज मनाओ खुशिया हैं धरा वासियो

दौर डिजिटलीकरण का चला अभी

अब कभी ना आए अत्तित दुबारा

यादे,यादों में ही रहेगी सभी।।

,

जब तक जीवित हैं तब तक सुनाना

कहानी अपने वंशजो को सभी

कल तक केसी आबो

हवा थी हमारी

आज,

केसी बन चुकी है अभी।।08

स्वरचित

हरीश हरपलानी नज्ज्ज्ज्

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#डिजिटलीकरण

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#डिजिटलीकरण आज बदल रहा मानव खुद को बदल इतिहास को रहा अभी देख रहा है वक़्त उसे,दौर डिजिटलीकरण का चल रहा अभी।। , बीते जमाने की बातें हो जाएगी जो भोगते अत्तित में थे सभी अब कभी ना वो दौर आएगा

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#सवाल भी तुम जवाब भी तुम

8 अक्टूबर 2022
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#सवाल भी तुम जवाब भी तुम आज माँ भारत देखे सन्तानो को ओर सोचे मन मे आज अभी #सवाल भी तुम जवाब भी तुम सवालो का सामना तो करो सभी।। , सब एक के पीछे एक छुपे बैठे हैं नही लज्जा किसी मे बची अभी माँ का

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#सवाल भी तुम जवाब भी तुम

8 अक्टूबर 2022
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#सवाल भी तुम जवाब भी तुम आज माँ भारत देखे सन्तानो को ओर सोचे मन मे आज अभी #सवाल भी तुम जवाब भी तुम सवालो का सामना तो करो सभी।। , सब एक के पीछे एक छुपे बैठे हैं नही लज्जा किसी मे बची अभी माँ का

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