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गणतंत्र दिवस

26 जनवरी 2018

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आज धरती पर छाई हरियाली आज अम्बर भी हुआ केसरिया सबके दिलों में श्वेत बसा है  दिवस  सुहाना  है आया आज गणतंत्र दिवस है आया देशभक्ति की हवा चली है सबका मन है रंगाया आज गणतंत्र दिवस है आया भारत माँ आज चहक उठी है श्वेत केसरिया हरित रंगो में रंगा देख अपने सपूतों को माँ का मन है हर्षाया आज गणतंत्र दिवस है आया आओ राष्ट्र का गान करें हम वीर सपूतों को नमन करें हम जिन्होनें देशहित जान गँवाया   आज गणतंत्र दिवस है आया आओ मिलकर शपथ उठाएँ   शांति सुव्यवस्था देश में लाएँ   भ्रष्टाचार्य बेरोजगारी मिटाकर एक नया साम्राज्य बसाएँ   भारत माँ का सच्चे सपूत बन हम सब अपना फर्ज निभाएँ   देख तिरंगा मन हर्साया आज गणतंत्र दिवस है आया आज धरती पर छाई हरियाली आज अम्बर भी हुआ केसरिया सबके दिलों में श्वेत बसा है दिवस सुहाना  है आया आज गणतंत्र दिवस है आया ।   सरिता प्रसाद

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तानाशाहीबारूद के ढेर पर बैठकरदूसरों को धमकाना। जंग के इरादे से,दूसरों को भय दिखाना। खुद का तानाशाह दिखाकर,परमाणु परीक्षण करना। आरजू है उन ताकतवर देशों के,श्रेणी मे अव्वल रहना।  भयंकर रेडियो किरणों से,पर्यावरण प्रदूषित करना। तानाशाह का झंडा गारकर,जंग का इरादा रखना। बड़ा नागवार है यह हरकत,तानाशाही राज

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नव वर्ष की लालिमा

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नव वर्ष की लालिमा संगहर घर स्वर्णिम सुमन खिलेखुशियों की बाहर होहर मन - उपवन सुमन खिलेहर सपना साकार होखुशियों का भंडार मिलेहर रिश्तों का रंग चटक हो एकता का भाव जगेप्यार जगे जन - जन के मन मेंएक सुंदर संसार सजेआतंकों का नाश होशांति और सद्भाव जगेदेश हमारा सुंदर उपवन होजहां हर खुशियों के फूल खिलेबेईमानी

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न्याय व्यवस्था

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न्याय व्यवस्था ये कैसी न्याय व्यवस्था हैजहाँ दुराचारी बेलगाम घूम रहे हैंदुष्प्रवृतियों की बेइन्तहाँ हो गई हैअसुरक्षा जहाँ घर कर गई हैजहाँ आतताई दिन दहाड़ेगोली बारी कर रहे हैंये कैसी न्याय व्यवस्था हैमनचले खुलेआम मनमानी कर रहे हैंन कोई रोक है न कोई टोक है ...जहाँ हर नारी असुरक्षित हैजहाँ प्रत्येक स्त्

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बर्फीली सर्दी

18 जनवरी 2018
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बर्फीली सर्दीकहीं बर्फ की चादर बिछ गईठंडी - ठंडी हवा चलीकहीं बर्फ की चादर बिछ गईठंडी - ठंडी हवा चलीअस्त - व्यस्त हुआ जनजीवनसर्दी गलन की कहर बढ़ीमजा आ गया शैलानियों कोमौज - मस्ती की दौर चलीशहर - शहर से भ्रमण को आएसफ़ेद चादर से ढकी धराबच्चों ने खेले गोले बनाकरकूद भाग हुड़दंग मचाकरमनोरम कर दिया वन उपवनकि

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आज धरती पर छाई हरियालीआज अम्बर भी हुआ केसरियासबके दिलों में श्वेत बसा है दिवस  सुहाना  है आयाआज गणतंत्र दिवस है आयादेशभक्ति की हवा चली हैसबका मन है रंगायाआज गणतंत्र दिवस है आयाभारत माँ आज चहक उठी हैश्वेत केसरिया हरित रंगो मेंरंगा देख अपने सपूतों कोमाँ का मन है हर्षायाआज गणतंत्र दिवस है आयाआओ राष्ट्र

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