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रिश्तों को समझे ।

28 दिसम्बर 2016

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जो रिश्ते कमजोर होते हैं। उस रिश्तो को ज्यादा संभालना पड़ता हैं ।। जब पानी तरल होता हैं । तो भी अलग नही कर सकते हैं।। और जब पानी ठोस (बर्फ) बन जाता हैं। तब भी तोडना मुश्किल हो जाता हैं।। अतः आप को सदैव पानी की तरह बने रहना हैं।।।।।।। जागीदार राजपुरोहित सुमेरसिंह Spurohit .................

जागीरदार राजपुरोहित सुमेरसिंह की अन्य किताबें

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रिश्तों को समझे ।

28 दिसम्बर 2016
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जो रिश्ते कमजोर होते हैं। उस रिश्तो को ज्यादा संभालना पड़ता हैं ।। जब पानी तरल होता हैं ।तो भी अलग नही कर सकते हैं।।और जब पानी ठोस (बर्फ) बन जाता हैं। तब भी तोडना मुश्किल हो जाता हैं।।अतः आप को सदैव पानी की तरह बने रहना हैं।।।।।।।जागीदार राजपुरोहित सुमेरसिंह Spurohit .................

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धोखेबाज

30 दिसम्बर 2016
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किसी की #सूरत पे नहिं लिखा होता हैं। की वो धोखेबाज हैं।।धोखेबाज का कोई #मित्र नहिं होता है।।धोखा किसी के भी साथ हो सकता हैं।।धोखेबाज में #इंसानियत होती ही नही हैं।।धोखेबाज का कोई #रिश्तेनाते नही होते हैं।।इस दुनिया में 60%लोग धोखेबाज उसमें से आप और में भी हो सकता हूँ ।।किसी अपने को अपना धोखेबाज नहिं

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दान

31 दिसम्बर 2016
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आपका के दिये हुए #दान से कोई #गलत_कार्य होता हैं तो आप भी उतने ही #पाप के #हकदार हैं जितना पाप करने वाला ।।सोच #समझ कर दान करना चाहिए।जरूरत बंध को दान करना ही पूण्य का कार्य हैं ।।यदि आप बहुत #दानवीर हैं और आप के #भाइयों के गरीबी से #झुंज रहे और आप उनके लिए कुछ नही कर सकते तो आप का दानवीर होना #व्यर

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अहंकारी

6 जनवरी 2017
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कोई भी इंसान कितना भी बड़ा हो लेकिन किसी भी प्राणी की बेइज्ज़ती या तकरििरष्कार नहीं कर सकता ।।जयश्रीकृष्णा Spurohit

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स्वार्थ

12 जनवरी 2017
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स्वार्थ अपनों से दूर कर देता हैं।।स्वार्थी इंसान के लिए कोई रिश्तें नाते मायने नहीं रहते हैं।।अपने स्वार्थ के लिए इंसान किसी भी हद तक गिर सकता हैं।।इस दुनिया में 90%इंसान स्वार्थी हैं ।।#हरी_बोल Spurohit

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रिश्तें

12 जनवरी 2017
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अगर वो आपको याद नहीं करते,तो आप याद कर लीजिये,क्योंकि रिश्ते निभाते वक़्त मुकाबला नहीं किया जाता ।।हरी बोल Spurohit

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मित्रता

13 जनवरी 2017
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इंसानियत में मित्रता सबसे बड़ा और पवित्र रिश्ता होता हैं जिसमें निपक्ष प्रेम,विश्वास और अपनापन होता हैं।।खून से रिश्ते से कई गुना मित्र का मित्रता का रिश्ता होता है।।भगवान श्री कृष्णा ने कहा हैं कि जहाँ मित्रता होती वहा स्वार्थ का नामो निशान नहीं होता हैं।।अपने अपनों से मुँह मोड़ देते लेकिन एक सच्चा म

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दया

21 जनवरी 2017
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हर इंसान को सोचना होगा की अपने को छोटी सी चोट लग जाए तो कितना दर्द होता हैं तों हर इंसान को हर प्राणी का दर्द समझ चाहिए ।एक राजस्थानी भाषा में कहावत "अपणी जैसी पराई"#जयश्रीदाता री Spurohit

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दर्द

21 जनवरी 2017
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हर इंसान को सोचना होगा की अपने को छोटी सी चोट लग जाए तो कितना दर्द होता हैं तों हर इंसान को हर प्राणी का दर्द समझ चाहिए ।एक राजस्थानी भाषा में कहावत "अपणी जैसी पराई"#जयश्रीदाता री Spurohit

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एहसास

22 जनवरी 2017
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मौत तो मालूम नहीं लेकिन जब अपने पराया जैसे बर्ताव करते तो तब जिन्दा इंसान भी मौत का इंतजार करता हैं ।।#हरी_बोल Spurohit

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रिश्ते

11 फरवरी 2017
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जो इंसान धन दौलत के #Chakravyuhचक्रव्यूह में फस जाता हैं उस इंसान के लिए रिश्तें और इंसानिय मर जाती है।।#हरी_बोल Spurohit

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सीख

13 फरवरी 2017
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अपनी गलती को स्वीकारो दूसरों पे इल्ज़ामात मत दो नहीं तो आप को पछताप के अलावा कुछ नही कर सकोगे। #जयश्रीराम #krishnaRajguru

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शख्शियत

17 फरवरी 2017
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अपने बच्चो को बोलो की !#शख्स बनकर मत जीना बल्कि #शख्सियत बन कर जीना क्योंकि #शख्स तो एक दिन मर जाता है, लेकिन #शख्सियत युगों युगों तक जिन्दा रहती हैं ।।#हरीबोल #Spurohit

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आत्म ज्ञान

25 फरवरी 2017
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जीना ही जिंदगी हैं तो हर प्राणी भी जीता हैं ।।ईश्वर एक आत्मा को मनुष्य जन्म इसलिए देता है कि मनुष्य जन्म में आत्मा अच्छे कर्म करे और मोक्ष की प्राप्ति कर सके ।।#हरी_बोल Spurohit

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अपने विचार

25 फरवरी 2017
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मैं ईश्वर से एक ही प्रार्थना करता हूँ इस संसार का हर प्राणी सुखी रहें और मेरी भूल से भी किसी प्राणी का नुकसान या दुःखी न हो।। #हरी_बोल Spurohit

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इंसानियत

9 मार्च 2017
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किसी इंसान के मन में क्या छुपा हैं यह कोई नही कह सकता है ।।लेकिन इस दुनिया में साफ मन के इंसान को सिर्फ़ धोखा ही मिल सकता हैं। क्योंकि वो अपने जैसा हर इंसान को समझ ने की भूल करता हैं।। #हरी_बोल Spurohit

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गरीब

1 अप्रैल 2017
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हर कोई इंसान बोलता है कि मैं गरीब हूँ ,लेकिन जीस इंसान के शरीर का हर अंग स्वस्थ हैं वो इंसान कैसे गरीब हो सकता हैं ।।जो इंसान अपने आप को गरीब और निर्बल समझ ले उस इंसान को ईश्वर या कोई भी इंसान अमीर नहीं बना सकता हैं "सोच बदलो दुनिया बदलेगी" #हरीबोल Spurohit

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मानसिकता

13 अगस्त 2017
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इन्सान गरीब नही होता हे सिर्फ अपने मन से गरीब होता ।। ईश्वर सबको सब कुछ देता हैं।। गरीब वो इंसान है जो शरीर से अपंग ,गूंगा और बेरा हो।। *हरि_बोल Spurohit*

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मानसिकता

13 अगस्त 2017
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इन्सान गरीब नही होता हे सिर्फ अपने मन से गरीब होता ।। ईश्वर सबको सब कुछ देता हैं।। गरीब वो इंसान है जो शरीर से अपंग ,गूंगा और बेरा हो।। *हरि_बोल Spurohit*

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व्यक्ति विशेष

12 सितम्बर 2017
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ज्यादा ईमानदारी का ढिढोरा पीटने वाला ही ज्यादा बईमानी करता हैं। क्योंकि ईमानदार व्यक्ति का व्यक्तित्व लोगों को अहसास करवाता हैं वो कितना ईमानदार हैं।।#हरीबोल Spurohit

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