मुझे जब जब बुरी आदतों ने घेरने की कोशिश की,
मैंने तब तब इनको बहुत दूर करने की कोशिश की.
कभी मैं अागे तो कभी ये आगे, तेज़ बहुत ये भागे,
बढ़ता रहता है फैलाव,जब दबाने की कोशिश की.
जिद्द पर ये सवार है,गुम होती बहुत इसकी मार है,
ढूँढ लेती है रास्ता,जब भी छिपाने की कोशिश की.
जल्दी ये मानती नहीं है,हार को पहचानती नहीं है,
अपने आकर्षन से सौ बार लुभाने की कोशिश की.
दूर रहने की कोशिश जारी है, चाहे दुश्मन भारी है,
कोशिश न रूके तभी आदत डाली है कोशिश की.