नफरत मुझसे है।मेरे चाहने वाले, कभी नज़रों के सामने नही आते, मरने के बाद, मेरे, मुझे कफ़न उढ़ाने चले आते।मेरी खुशियों को टूटा आईना समझकर, चेहरा नही दिखातें।वही मेरे मरने के बाद, मेरी बाह पकड़ कर रोते रहे।जो मेरे जीते जी काँटों में खुशी के फूल खिलाते रहे।मेरे मरने के बाद मुझे गुलाबो की जाल से छुपाते रहे।ज