विशु की विश में, दुबई की इमारत में अग्निकांड हुआ।दर्दनाक था हादसा , जो लोगों को जीवन छीन गया।मिले शान्ति सदा उन्हें ,जो निर्दोष होकर चले गये।अनहोनी के अंधकार में,अपने प्राण त्याग गये।।पता नहीं कल क्या
ये हासदो का शहर जरा बच के रहना जी। चमचमाती कार ऊँची इमारत लिफ्ट पर लिफ्ट ट्रेफिक की कतार जरा लाइन से चलना जी। यहाँ सीधा दोपहर की धूप से मिलते रंग बिरंगे फूल प्लास्टिक के खिलते यहाँ