आदित्य की real story। एक छोटे से गांव का ,
आदित्य, नाम का एक लड़का था।
उसके गांव का नाम था।
कोल्हापुर , वह अपने जीवन में बहुत खुश था ।
1 दिन उसकी मुलाकात एक। ईशा नाम की लड़की से। हुई कोल्हापुर में, ईशा की नानी रहती थी। और वह अपनी नानी के पास घूमने आई थी । एक दिन ईशा अपनी नानी के साथ था ।
कुछ सामान लेने बाजार गई थी ।
तभी ईशा ने आदित्य को देखा और वह। आदित्य को देखती ही रह गई । आदित्य ने ईशा से , पूछा क्या आप मुझे जानते हो । ईशा बोली मुझे ऐसा लगता है कि मैंने तुम्हें पहले कहीं देखा है।
आदित्य बोला मैं तो अपने गांव से कभी कहीं गया ही नहीं। तो आपने मुझे कैसे देख लिया हो सकता है। कि शायद मेरे जैसा कोई और होगा । ईशा बोली चलो कोई बात नहीं। फिर ईशा ने आदित्य से पूछा तुम्हारा गांव कौन सा है। आदित्य बोला ईशा से मेरा गांव कोल्हापुर है। फिर आदित्य ने ईशा से पूछा कि तुम कहां रहती हो ।
और तुम्हारा गांव कहां है। ईशा बोली मैं नैनीताल में रहती हूं। और यहां मेरी नानी रहती है । मैं अपनी नानी के यहां छुट्टियों में घूमने आई थी। ईशा ने आदित्य से पूछा तुम्हारे घर में कौन-कौन रहता है । आदित्य बोला मैं अकेला रहता हूं। फिर धीरे-धीरे ईशा और आदित्य में दोस्ती हो गई वह दोनों अक्सर चुप चुप कर मिला करते थे। ईशा की छुट्टी खत्म हो गई थी और वह अपने गांव वापस जा रही थी तभी आदित्य ने ईशा से पूछा क्या तुम मुझसे शादी करोगे ईशा ने आदित्य से कहा मैं तुम्हें सिर्फ अपना दोस्त ही मानती हूं। मैं तुमसे प्यार नहीं करती आदित्य बेचारा उदास होकर रोने लगा और बोला ईशा मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं तुम मुझे छोड़कर मत जाओ मैं तुम्हें हमेशा खुश रखूंगा ईशा बोली मैं तुमसे शादी नहीं कर सकती हूं। आदित्य फिर वहां से वापस चला गया अपना गांव की उसने छोड़ दिया और इतनी दूर चला गया अपने गांव से एक शहर में रहने लगा फिर उसने अपना एक छोटा सा बिजनेस स्टार्ट किया और वह उस बिजनेस से काफी पैसा कमाने लगा आदित्य की मुलाकात फिर एक प्रीति नाम की लड़की से हुई और पहली मुलाकात में उन दोनों में प्यार हो गया प्रीति और आदित्य की एक दूसरे के साथ शादी हो गई आदित्य फिर वह पिता बन चुका था और वह अपनी खुशहाल जिंदगी बहुत ही अच्छे से काट रहा था तभी वह अचानक ईशा को देख लेता है ईशा बहुत दुखी थी आदित्य ने ईसा से पूछा कि तुम यहां क्या कर रही हो ऐसा बोली मैं जिस लड़के से प्यार करती थी वह मुझे याद छोड़ कर चला गया और अभी तक पता नहीं कहां है वह मेरे पास जितने भी पैसे थे वह भी मेरे से ले लिए ईशा बोली आदित्य क्या तुम मेरी मदद करोगे आदित्य बोला मैं तो तुम्हारी मदद कर देता मगर अब मेरी शादी हो चुकी है। अगर मेरी वाइफ को पता चलेगा कि मैं तुम्हारी मदद कर रहा हूं तो उसे अच्छा नहीं लगेगा सॉरी मैं मदद नहीं कर सकता हूं । मगर इतना कर सकता हूं । मेरे पास मैं कुछ पैसे हैं । लो इन्हे तुम रख लो और पैसे देकर बोला अब तुम अपने गांव वापस लौट जाओ यह कह कर आदित्य वहां से चला जाता है ।। ईशा भी अपने गांव वापस आ जाती हैं ।।