किसी के लिए कुछ करना आसान नहीं तुम्हें बढ़ना ही होगा आगे हर हाल में !!!दुर्घटना,मृत्यु,गरीबी-अमीरी … रोते हुए उपहास करते हुए आलोचना करते हुए घृणा से देखते हुए अंततः तुम्हें बढ़ ही जाना होगा क्योंकि तुम्हारे साथ जो घटना-दुर्घटना है उसे भी तो तुम्हें ही जीना है उनकी व्यवस्था भी तो करनी है … तुम कर्म से