*मानव जीवन में कुछ भी करने या लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आवश्यक है कि मनुष्य संकल्पित हो | बिना दृढ़ संकल्प के कुछ भी नहीं प्राप्त किया जा सकता है | सनातन धर्म ने आदिकाल से संकल्प के महत्व को समझते हुए किसी भी धार्मिक कृत्य के प्रारम्भ करने के पहले संकल्प का विधान रखा है | बिना संकल्प लिए की गयी पूज