आइना मेरा मुझसे बार-बार पूछता है
कोई और नहीं जो मुझे तकता रहता है
रहे तू बेख़बर चाहे कितना ख़ुद से
आँखों ही आँखों में सब पता चलता है
~गौरव निम्भोरिया
2 नवम्बर 2021
आइना मेरा मुझसे बार-बार पूछता है
कोई और नहीं जो मुझे तकता रहता है
रहे तू बेख़बर चाहे कितना ख़ुद से
आँखों ही आँखों में सब पता चलता है