🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞
⛅ दिनांक 11 अगस्त 2018
⛅ दिन - शनिवार
⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)
⛅ शक संवत -1940
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - श्रावण
⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - आषाढ़
⛅ पक्ष - कृष्ण
⛅ तिथि - अमावस्या दोपहर 03:27 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
⛅ नक्षत्र - अश्लेशा रात्रि 12:05 तक तत्पश्चात मघा
⛅ योग - व्यतिपात सुबह 11:45 तक तत्पश्चात वरीयान्
⛅ राहुकाल - सुबह 09:18 से सुबह 10:55 तक
⛅ सूर्योदय - 05:41
⛅ सूर्यास्त - 18:51
⛅ दिशाशूल - पूर्व दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - दर्श-हरियाली अमावस्या, दिवासा रात्रि जागरण
💥 विशेष - अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
💥 चतुर्मास के दिनों में ताँबे व काँसे के पात्रों का उपयोग न करके अन्य धातुओं के पात्रों का उपयोग करना चाहिए।(स्कन्द पुराण)
💥 चतुर्मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पापनाशक है।
💥 ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)
🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
🌷 अमावस्या 🌷
➡ 10 अगस्त 2018 शुक्रवार को रात्रि 07:08 से 11 अगस्त 2018 शनिवार को शाम 03:27 तक अमावस्या है ।
🙏🏻 अमावस्या के दिन जो वृक्ष, लता आदि को काटता है अथवा उनका एक पत्ता भी तोड़ता है, उसे ब्रह्महत्या का पाप लगता है (विष्णु पुराण)
🙏🏻 शनि और पितृदोष से छुटकारा पाने के लिए उड़द या उड़द की छिलकेवाली दाल, काला कपड़ा, तला हुआ पदार्थ एवं दूध गरीबों में दान करें ।
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🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
🌷 स्कन्दपुराण के प्रभास खंड के अनुसार
"अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्यमन्नदातुः प्रजायते"
🍲 जो व्यक्ति अमावस्या को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।
🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
🌷 समृद्धि बढ़ाने के लिए 🌷
🌙 कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।
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🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
🌷 खेती के काम में ये सावधानी रहे 🌷
🚜 ज़मीन है अपनी... खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें .... न मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें ...और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें ... सूर्य को अर्घ्य दें... और प्रार्थना करें " आज जो मैंने पाठ किया ...अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं ...उनको उसका पुण्य मिल जाये | " तो उनका आशीर्वाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |
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🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
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