🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 27 जुलाई 2018*
⛅ *दिन - शुक्रवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*
⛅ *शक संवत -1940*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - वर्षा*
⛅ *मास - आषाढ़*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - पूर्णिमा रात्रि 28 जुलाई 01:50 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र - उत्तराषाढा रात्रि 12:33 तक तत्पश्चात श्रवण*
⛅ *योग - विष्कम्भ सुबह 10:56 तक तत्पश्चात प्रीति*
⛅ *राहुकाल - सुबह 10:54 से दोपहर 12:33 तक*
⛅ *सूर्योदय - 05:33*
⛅ *सूर्यास्त - 19:02*
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - व्रत पूर्णिमा, गुरुपूर्णिमा, व्यासपूर्णिमा, कोकिला व्रतारम्भ, संन्यासी चतुर्मासारम्भ, विद्यालाभ योग, खग्रास चन्द्रग्रहण (भूभाग में ग्रहण-समय : रात्रि 11-54 से 28 जुलाई प्रातः 3-50 तक) (पूरे भारत में दिखेगा, नियम पालनीय ।), शिवशयनोत्सव (ओड़िशा)*
💥 *विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ अपना पंचांग ~* 🌞
🌷 *ग्रहण के समय निर्देश* 🌷
✔ *करने योग्य*
🌘 *1. ग्रहण के समय भगवान का चिंतन, जप, ध्यान करने पर उसका लाख गुना फल मिलता है , ग्रहण के समय हज़ार काम छोड़ कर मौन और जप करिए l*
🌘 *2. ग्रहण लगने के पहले खान - पान ऐसा करिए कि आपको बाथरूम में ना जाना पड़े l*
❌ *ना करने योग्य*
🌘 *1. ग्रहण के समय सोने से रोग बढ़ते हैं l*
🌘 *2. ग्रहण के समय सम्भोग करने से सुअर की योनि मिलती है l*
🌘 *3. ग्रहण के समय मूत्र त्याग नहीं करना चाहिए, दरिद्रता आती है l*
🌘 *4. ग्रहण के समय धोखाधड़ी और ठगाई करने से सर्पयोनी मिलती है l*
🌘 *5. ग्रहण के समय शौच नहीं जाना चाहिए, वर्ना पेट में कृमि होने लगते हैं l*
🌘 *6. ग्रहण के समय जीव-जंतु या किसी की हत्या हो जाय तो नारकीय योनि में जाना पड़ता है l*
🌘 *7. ग्रहण के समय भोजन व मालिश करने वाले को कुष्ट रोग हो जाता है l*
🌘 *8. ग्रहण के समय पत्ते, तिनके, लकड़ी, फूल आदि नहीं तोड़ने चाहिए l*
🌘 *9. स्कन्द पुराण के अनुसार ग्रहण के समय दूसरे का अन्न खाने से १२ साल का किया हुआ जप, तप, दान स्वाहा हो जाता है l*
🌘 *10. ग्रहण के समय अपने घर की चीज़ों में कुश, तुलसी के पत्ते अथवा तिल डाल देने चाहिए l*
🌘 *11. ग्रहण के समय रुद्राक्ष की माला धारण करने से पाप नाश हो जाते हैं l*
🌘 *12. ग्रहण के समय दीक्षा अथवा दीक्षा लिए हुए मंत्र का जप करने से सिद्धि हो जाती है l*
🙏🏻
🌞 *~ अपना पंचांग ~* 🌞
🌷 *गुरु का मानस-पूजन कैसे करें गुरु पूर्णिमा को* 🌷
🙏🏻 *गुरुपूनम की सुबह उठें । नहा-धोकर थोडा-बहुत धूप, प्राणायाम आदि करके श्री गीता जी का पाठ कर लें ।*
🌷 *फिर इस प्रकार मानसिक पूजन करें* 🌷
🙏🏻 *‘मेरे गुरुदेव ! मन-ही-मन, मानसिक रूप से मैं आपको सप्ततीर्थों के जल से स्नान करा रहा हूँ । मेरे नाथ ! स्वच्छ वस्त्रों से आपका चिन्मय वपु (चिन्मय शरीर) पोंछ रहा हूँ । शुद्ध वस्त्र पहनाकर मैं आपको मन से ही तिलक करता हूँ, स्वीकार कीजिये । मोगरा और गुलाब के पुष्पों की दो मालाएँ आपके वक्षस्थल में सुशोभित करता हूँ ।*
🙏🏻 *आपने तो हृदयकमल विकसित करके उसकी सुवास हमारे हृदय तक पहुँचायी है लेकिन हम यह पुष्पों की सुवास आपके पावन तन तक पहुँचाते हैं, वह भी मन से, इसे स्वीकार कीजिये । साष्टांग दंडवत् प्रणाम करके हमारा अहं आपके श्रीचरणों में धरते हैं ।*
🙏🏻 *हे मेरे गुरुदेव ! आज से मेरी देह, मेरा मन, मेरा जीवन मैं आपके दैवी कार्य के निमित्त पूरा नहीं तो हररोज 1 घंटा, 2 घंटा अर्पण करता हूँ, आप स्वीकार करना । भक्ति, निष्ठा और अपनी अनुभूति का दान देनेवाले देव ! बिना माँगे कोहिनूर का भी कोहिनूर आत्मप्रकाश देनेवाले हे मेरे परम हितैषी ! आपकी जय-जयकार हो ।’*
🙏🏻 *इस प्रकार पूजन तब तक बार-बार करते रहें जब तक आपका पूजन गुरु तक, परमात्मा तक नहीं पहुँचे । और पूजन पहुँचने का एहसास होगा, अष्टसात्त्विक भावों (स्तम्भ १ , स्वेद २ , रोमांच, स्वरभंग, कम्प, वैवण्र्य ३ , अश्रु, प्रलय ४ ) में से कोई-न-कोई भाव भगवत्कृपा, गुरुकृपा से आपके हृदय में प्रकट होगा ।*
🙏🏻 *इस प्रकार गुरुपूर्णिमा का फायदा लेने की मैं आपको सलाह देता हूँ । इसका आपको विशेष लाभ होगा, अनंत गुना गुना लाभ होगा ।*
🌞 *~ अपना पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷🌻☘🌸🌹🌼🌺💐🙏🏻