🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞
⛅ दिनांक 17 सितम्बर 2018
⛅ दिन - सोमवार
⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)
⛅ शक संवत -1940
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - शरद
⛅ मास - भाद्रपद
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ तिथि - अष्टमी शाम 05:44 तक तत्पश्चात नवमी
⛅ नक्षत्र - मूल पूर्ण रात्रि तक
⛅ योग - आयुष्मान् रात्रि 11:32 तक तत्पश्चात सौभाग्य
⛅ राहुकाल - सुबह 07:48 से सुबह 09:19 तक
⛅ सूर्योदय - 05:58
⛅ सूर्यास्त - 18:13
⛅ दिशाशूल - पूर्व दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण - राधाष्टमी, दधीचि ऋषि जयंती, गौरी विसर्जन-बलिदान, षडशीति संक्रांति (पुण्यकाल सुबह 06:48 से दोपहर 01:12 तक)
💥 विशेष - अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 अष्टमी तिथि के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
🌷 षडशीति संक्रांति 🌷
👉 17 सितम्बर 2018 सोमवार को षडशीति संक्रांति है ।
🙏 पुण्यकाल : सुबह 06:48 से दोपहर 01:12 तक… जप,तप,ध्यान और सेवा का पूण्य 86000 गुना है !!!
🙏 इस दिन करोड़ काम छोड़कर अधिक से अधिक समय जप – ध्यान, प्रार्थना में लगायें।
🙏 षडशीति संक्रांति में किये गए जप ध्यान का फल ८६००० गुना होता है – (पद्म पुराण )
🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
🌷 राधा अष्टमी 🌷
🙏🏻 17 सितम्बर को श्रीराधा अष्टमी है। जन्माष्टमी के पूरे 15 दिन बाद ब्रज के रावल गांव में राधा जी का जन्म हुआ । कहते हैं कि जो राधा अष्टमी का व्रत नहीं रखता, उसे जन्माष्टमी व्रत का फल नहीं मिलता। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधाष्टमी व्रत रखा जाता है। पुराणों में राधा-रुक्मिणी को एक ही माना जाता है। जो लोग राधा अष्टमी के दिन राधा जी की उपासना करते हैं, उनका घर धन संपदा से सदा भरा रहता है। राधा अष्टमी के दिन ही महालक्ष्मी व्रत का आरंभ होता है।
➡ पुराणों के अनुसार राधा अष्टमी
🙏🏻 स्कंद पुराण के अनुसार राधा श्रीकृष्ण की आत्मा हैं। इसी कारण भक्तजन सीधी-साधी भाषा में उन्हें 'राधारमण' कहकर पुकारते हैं।
🙏🏻 पद्म पुराण में 'परमानंद' रस को ही राधा-कृष्ण का युगल-स्वरूप माना गया है। इनकी आराधना के बिना जीव परमानंद का अनुभव नहीं कर सकता।
🙏🏻 भविष्य पुराण और गर्ग संहिता के अनुसार, द्वापर युग में जब भगवान श्रीकृष्ण पृथ्वी पर अवतरित हुए, तब भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन महाराज वृषभानु की पत्नी कीर्ति के यहां भगवती राधा अवतरित हुई। तब से भाद्रपद शुक्ल अष्टमी 'राधाष्टमी' के नाम से विख्यात हो गई।
🙏🏻 नारद पुराण के अनुसार 'राधाष्टमी' का व्रत करनेवाला भक्त ब्रज के दुर्लभ रहस्य को जान लेता है।
🙏🏻 पद्म पुराण में सत्यतपा मुनि सुभद्रा गोपी प्रसंग में राधा नाम का स्पष्ट उल्लेख है। राधा और कृष्ण को 'युगल सरकार' की संज्ञा तो कई जगह दी गई है।
🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
🌷 मनोकामनापूर्ति योग 🌷
🙏🏻 देवी भागवत में व्यास भगवान ने बताया है.... भाद्रपद मास, नवमी तिथि हो ..... उस दिन अगर कोई जगदंबा जी का पूजन करता है, तो उसकी मनोकामनायें पूर्ण होती है , और जिंदगी जब तक उसकी रहेगी वो सुखी और संपन्न रहेगा | और वो दिन 18 सितम्बर 2018 मंगलवार को है, इस दिन इस मंत्र का जप करें......
🌷 ॐ अम्बिकाय नम :
🌷 ॐ श्रीं नम :
🌷 ॐ ह्रीं नम:
🌷 ॐ पार्वत्यै नम :
🌷 ॐ गौरियै नम :
🌷 ॐ शंकरप्रियायै नम :
🙏🏻 थोड़ी देर तक बैठकर जप करना | और जिसको धन धान्य है, वो माँ से कहना मेरी भगवदचरणों में श्रद्धा बढ़े, भक्ति बढ़े (ये भी एक संपत्ति है ) मेरी निष्ठा बढ़े मेरी उपासना बढ़े |
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🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞
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