खुबसूरत रिश्ते आत्मा से जुड़े होते हैं। आत्मा से जुड़े एहसास चाहत लिए होते हैं।। रिश्ते तो किसी से कभी भी बन जाते हैं, पर बिना स्वार्थ के रिश्ते ही पवित्र और सच्चे होते हैं। हर बेगाने से बना रिश्ता महोब्बत नहीं होता, कुछ रिश्ते प्रेमी, प्रेमिका से भी ऊंचे कद (गुरू) लिए होते हैं। जिंदगी मांझी और सां
कोई कहे हिंदु पानीकोई कहे मुस्लिम पानी समझाने को आत्मा पानी की अनेकों ने दी कुर्बानी फिर भी न माने क्योंकि कमान ईसाईयत को थीजो थमानी ईसाईयत ने करोड़ों लीले आत्मा की हुई बदनामी स्वतंत्र है देश फिर भी कोई कहे हिंदु पानी ‘कोई’ मुस्लिम पानी क्योंकि
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जाने चले जाते हैं कहाँ ,दुनिया से जाने वाले, जाने चले जाते हैं कहाँ कैसे ढूढ़े कोई उनको ,नहीं क़दमों के निशां अक्सर मैं भी यही सोचती हूँ आखिर दुनिया
बहुत अंधियार अब सूरज निकलना चाहिएजिस तरह से भी हो ये मौसम बदलना चाहिएरोज़ जो चेहरे बदलते है लिबासों की तरहअब जनाज़ा ज़ोर से उनका निकलना चाहिएअब भी कुछ लोगो ने बेची है न अपनी आत्माये पतन का सिलसिला कुछ और चलना चाहिएफूल बन कर जो जिया वो यहाँ मसला गयाजीस्त को फ़ौलाद के साँचे में ढलना चाहिएछिनता हो जब
धर्मेण सह यात्रां करोत्यात्मा, न बान्धवैः |आत्मा धर्माधर्मरूप कर्मों के साथ यात्रा करता है, न कि बन्धु-बान्धवों के साथ ।