एक रात की नींद सावन के फुहारों से भींगी मिट्टी, मिट्टी की भीनी-भीनी खुशबू मे सड़क के किनारे एक लड़की, नमी व मुलायम मिट्टी में लकड़ी से आकृति उकेरने का प्रयास कर रही थी। बादल सूर्ख काले दिखतें मनो अभी बिखर पड़ेगें। यह ख़याल ही था। दोपहर की अजान गलियों में गूँज चुकी थी। सभी ज़नाब अपने सरों में रखी असंख्य
पानी से नफरत किसको?आँग पानी से बुझती है।पत्थर पानी से कटता है।गंगा पानी संग बहती है।पेड़ पानी से पलता है।फसल पानी से खिलती है।पानी से इंसान की प्यास बुझती है।पशु, पक्षी पानी मे कलरव करते है।नाव जहाज़ पानी के संग बहते है।मछली भी फुला गलफड़े सासे भरती है।क़्क़सरसों को भींगा पानी से कोल्हू में पेरा जाता है।
रेत पर उकेरी गई आकृति,मेरा वजूद इतना सा ही कुछ समय का; कलाकार ने उकेरा बड़ी शिद्दत से,चित्रण कर दिया अपनी भावनाओं का।मैं बनी इतनी सुन्दर कि, मुझे मिटाने के लिए खड़े तैयार है दुश्मन;चलती हवा और लहरें पानी की,कर
कोई कहे हिंदु पानीकोई कहे मुस्लिम पानी समझाने को आत्मा पानी की अनेकों ने दी कुर्बानी फिर भी न माने क्योंकि कमान ईसाईयत को थीजो थमानी ईसाईयत ने करोड़ों लीले आत्मा की हुई बदनामी स्वतंत्र है देश फिर भी कोई कहे हिंदु पानी ‘कोई’ मुस्लिम पानी क्योंकि
जिधर जिंदगी उधरी मौत।आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, किसी को फुरसत कहाँ?सुबह की हड़बड़ी में पानी का टैंकर, गली में हॉर्न बजा रहा था।स्वच्छता अभियान के तहत, एक सावला लड़का झाडू लगा रहा था।मन कुंछित दबे पांव, मजदूर काम पर जा रहा था।मौत किसको कहाँ ले जाए? यह जाने वाले को पता न था।भागा वह भी था, भूखा पेट रोटी
आज के दौर में महिलाओं का बोलबाला है और हर क्षेत्र में महिलाएं मजबूती के साथ आगे बढ़ रही हैं लेकिन कुछ ऐसी चीजें हैं जिनकी वजह से महिलाएं खुद को थका और असहाय समझने लगती हैं। जिसमें अनियमित पीरियड्स में शारीरिक कमजोरी और उनकी योनि से सफेद
पानी को पानी रहने दोनदी अकेले बहकर अनेको घाट बनाती थी। हर घाट निराला होता था।पनघट मे पानी भारी बाल्टी रस्सी से खीच कर औरत सुस्ताती थी।भर मटका कलस फुरसत मे सखी सहेलियों से बतियाती थी, बेटी बहू।चरवाहा बैठ पेड़ की छांव मे मन से गीत गुंगुनाता, गीले होठो से। जानवर तालाबो मे डुबकी लगाते तैरते इतराते ले
आयुर्वेद विज्ञान में साफ और ताजे पानी को अमृत के समान माना गया है, साफ और ताजा पानी आपके मन, शरीर और त्वचा को सुन्दर और स्वस्थ बनाता है । आज हम आपको वो पांच तरीके बताएंगे जिससे आप अपने पानी की सेहत को और अधिक बढ़ा सकते हैं तुलसी तुलसी कसारा है, जिसका मतलब है कि यह खांसी और सर्दी का दोनों का इलाज करत
नींबू की गिनती एक स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थ में की जाती है। अगर कोई बढ़ते वजन से परेशान है तो उसे सुबह उठकर खाली पेट नींबू पानी पीने की ही सलाह दी जाती है। जहां नींबू में मौजूद विटामिन सी इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ अन्य कई तरह के लाभ प्रदान करता है। अक्सर देखने में आता है कि लोग इसके लाभों क
पानी...अब न खोदो कुआँ न गाड़ों हैंड पम्प, न लो नाम समरसेबल का।नदी, नहर, सागर हो रहे प्रदूषित न नाम लो तालाबो का।बहने दो पानी को पाईप लाइनों मे, न नाम लो टैंकरो का। छत मे रखी टंकियाँ हो रही हैं बदरंग, न नाम लो आरो का।दूध से महंगा बिक रहा हैं, बंद बोतलों मे बिसलेरी का पानी।सरकार प्लांट लगवाए यह कहकर कि
तकनीक के मामले में दुनिया में अलग पहचान रखने वाले जर्मनी ने ‘पानी’ से चलने वाली ट्रेन का सफल संचालन शुरू किया है। इस ट्रेन को 100 किमी के एक रूट पर दौड़ाया जाएगा। फ्रांस में निर्मित इस ट्रेन को जर्मनी के लोवर सैक्सोनी के ब्रेमरवोर्डे में चलाया गया। यूरोप की सबसे बड़ी रेल
नागपुर में सरकारी एजेंसी ने टॉयलेट के पानी को 78 करोड़ रुपये में बेचा है, इस पानी से निकलने वाली गैस से नागपुर शहर में 50 एसी बसें चलाई जा रही है।हेडर पढकर आप भी हैरान होंगे, कि टॉयलेट का पानी भी कोई खरीद सकता है, शायद आप सोच रहे होंगे कि उस पानी का कोई क्या इस्तेमाल करेगा। आपने मन में कई सवाल उठ रह
सरहद पर भारत के लिए समस्या पैदा करने वाला चीन अब पानी के जरिए हिंदुस्तान की मुश्किलें बढ़ाने जा रहा है। चीन ब्रह्मपुत्र नदी में पानी छोड़ने जा रहा है।चीन ने एक अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि उनके देश में काफी बारिश हो रही है, इसलिए वह जल्द ही ब्रह्मपुत्र नदी में पानी छोड़
"गीत"शीतल झरना बहता पानी फूलों सजी बहार सखीकितना दृश्य मनोरम लगता बगिया है गुलजार सखीमौसम झूम रहा मतवाला मनमयूर नर्तकी बनानीले पीले लाल बसंती प्रिय रंगो का बाग घनानाचे मोर मयूरी देखे लेकर नैनो में प्यार सखीशीतल झरना बहता पानी फूलों सजी बहार सखी।।ओढ़े चूनर गाती कजरी देख
गंदा पानी स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है जो पीलिया और दस्त का कारण बन सकता है. ‘ये लोग‘ अपने हाथ भी नहीं धोते हैं. आप आईटीओ जाते हैं और फलों के रस बेचने वाले लोगों को देखते हैं. वे बर्फ को उन फुटपाथों पर रखते हैं जिन पर लोगों ने पेशाब किया होता है. बर्फ बनाने के लिए इस्तेमाल
वो 15-20 लीटर वाला मिनरल वॉटर का जार होता है न. जिसका सिस्टम सिलेंडर की तरह होता है. आपसे एक बार जार की कीमत ले ली जाती है. फिर पानी वाला आपकी जरूरत के मुताबिक भरा हुआ जार दे जाता है. जब पानी खत्म हो जाता है, तो वो खाली जार ले जाता है. नया दे जाता है. घर में, ऑफिस में, हो
मप्र के उन्नतशील किसानों ने इजराइल के तेल अबीब शहर में हाल ही में संपन्न हुए अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में हिस्सा लिया। दरअसल इन किसानों ने इस बात को समझा है कि खेती में पानी और तकनीक का बेहद महत्व है। इजराइल का किसान संपन्न होने के साथ-साथ दुनिया में मॉडल इसलिए बन गया है क
पञ्चगव्य के बारे में और अधिक जाने- Www.panchgavya.orgराजीव भाई के मित्र महान गौ विज्ञानी श्री निरंजन वर्मा जी ने अपने लगभग 20 वर्षों की मेहनत से एक मीटर बनाया जो किसी भी वस्तु की ऊर्जा माप सकता है।Like us on Facebook-https://www.facebook.com/Bharat1mandir/Follow us on
चिलचिलाती गर्मी में कुछ मिले या ना मिले पर शरीर को पानी ज़रूर मिलना चाहिए। अगर पानी RO का हो तो, क्या बात है ! परंतु क्या वास्तव में हम आर. ओ. के पानी को शुद्ध पानी मान सकते हैं ?R.O. Continuous consumption of water will cause death जवाब आता है बिल्कुल नहीं। और यह जवाब वि