अंजू और अभय की प्रेम कहानी नीता के आने के बाद बिगड़ने लगी। अंजू ने अभय से बात करना बंद कर दिया था और इस बात का कारण भी अभय को नहीं बताया था। ऐसे में अभय भी अंजू की इस बात से खासा नाराज हो गया कि अगर उसने कोई गलती की है तो कम से कम अंजू को उसे बताना चाहिए। हालांकि अभय ने कई बार अंजू को रोककर उससे उसकी नाराजगी का कारण जानने की कोशिश की परंतु ऐसा लग रहा था कि अंजू को खुद पर कुछ ज्यादा ही घमंड हो गया है और वह अभय की कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं थी। जिसे लेकर संदीप भी खासा नाराज हुआ। इसे लेकर संदीप ने भी अंजू से बात की और कारण पूंछा तो अंजू ने संदीप को भी कोई सही जवाब नहीं दिया। दोनों दोस्त जब सारी बात लेकर नीता के पास पहुंचे तो नीता ने अंजू से बात करने की बात कही। दोनों दोस्तों को ऐसा लगा कि शायद मामला पटरी पर आ जाएगा। नीता ने कहा कि 2 दिन बाद स्कूल में दोनों की मुलाकात होगी। तब वह अंजू से अभय को लेकर बात करेगी। अभय के दिल में कुछ राहत आई कि शायद अंजू उसकी बात को समझ सके, भले माध्यम नीता ही क्यों ना हो। उस दिन अभय को एक बात जरूर समझ में आई कि अगर उसने संदीप के कहने पर अंजू से किसी सहेली को संदीप का दोस्त बनाने के लिए ना मनाया होता तो शायद उसकी ओर से अंजू से बात करने वाला कोई नहीं होता। परन्तु उसे एक सवाल और झकझोर रहा था कहीं ऐसा तो नहीं हुआ नीता के आने के बाद से ही अंजू उससे नाराज हैं या फिर नीता ने अंजू से कुछ ऐसा कहा है जो अंजू उससे नाराज हो गई। हालांकि दो दिन बाद सोमवार को जब नीता और अंजू की स्कूल में मुलाकात होती है तो दोनों ही सहेलियां रोज की तरह मुस्कुराती हुई एक दूसरे से मिलती है और हंसी ठिठोली करने लगती हैं। कुछ देर बाद नीता अंजू से अभय की बात करती है, इस पर अंजू उसे अभय से संबंधित कोई भी बात करने के लिए मना कर देती है। नीता जब जोर जबरदस्ती करती है तो अंजू कहती है कि अगर तुम अभय को लेकर बात करोगी तो मैं तुमसे भी बात नहीं करूंगी। जिस पर नीता कहती है कि ठीक है अगर अभय से कोई नाराजगी है तो तुम अभय को बता सकती हो। अगर उसे बताना नहीं चाहती हो तो मुझे बता दो मैं उसे बता दूंगी। बस नीता का इतना कहना था और अंजू उस पर भड़क पड़ी। मानो ऐसा कुछ हुआ जो नहीं होना चाहिए था। अंजू नीता को ही गलत शब्द कहने लगी। अंजू ने कहा कि तुम्हारे आने के बाद सब कुछ बिगड़ गया है। मैंने तुमको संदीप से मिलवा कर गलत किया। तुमने मेरा ही प्यार तोड़ दिया। तुमने मेरे साथ धोखा किया है। भगवान तुम्हें माफ नहीं करेगा। जिस पर नीता भी खासी नाराज हुई। नीता ने कहा कि ऐसा क्या हुआ है कौन सी इतनी बड़ी बात हो गई है जिस पर तुम इतनी नाराज हो और मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है। अभी तक तुम अभय और संदीप पर ही नाराज थीं। अब तुमने मुझे भी नहीं छोड़ा। क्या तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है। दोनों सहेलियों के बीच वाद-विवाद बढ़ जाता है। दोनों सहेलियां बहुत ही अच्छी थीं और काफी समय से दूसरे के साथ पढ़ाई कर रही हैं लेकिन इस मैटर में दोनों के विचार इतनी अलग हो सकते हैं यह किसी को नहीं पता था। इसके बाद अंजू ने नीता को यह कहते हुए फटकार दिया है कि अगर तुम्हें मुझसे बात करनी है तो तुम्हें संदीप का साथ भी छोड़ना होगा। इस पर नीता ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। नीता ने कहा कि यह कौन सी बात हुई अगर तुम अभय से बात नहीं कर रही हो तो मैं संदीप से बात करना क्यों बंद कर दूं। जिस पर अंजू का तर्क कुछ खास नहीं था अंजू ने कहा बस मैं यह चाहती हूं। इस पर नीता ने विरोध किया कि मैं ऐसा नहीं करने वाली। मैं कोई पागल नहीं हूं कि तुम्हारे अनुसार चलूंगी। मुझे खुद की जिंदगी के डिसीजन लेना आता है मैं अपने बारे में अच्छा और बुरा जानती हूं अब तो मुझे यकीन हो गया है कि कमी तुम में है ना कि अभय में और संदीप में। मैं संदीप से बात करूंगी और करती रहूंगी। दोनों के बीच तीखी नोकझोंक के बाद दोनों एक दूसरे से अलग हो जाती हैं।
दोनों सहेलियों की नोकझोंक के बाद बदल गई संदीप की भी कहानी
अभय और अंजू की मोहब्बत परवान चढ़ने से पहले ही टूटने की कगार पर आ गई थी। अभय परेशान था यह देखकर संदीप भी परेशान हो रहा था, लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी संदीप की मुलाकात और बात नीता से नहीं हो पा रही थी। ऐसे में यह पता नहीं चल पा रहा था कि नीता और अंजू के बीच क्या बात हुई है। क्या नीता की बात अंजू संतुष्ट हो गई है और वह अभय से बात करने के लिए तैयार हो गई है। या फिर बात अभी जस की तस बनी हुई है। कुल मिलाकर कई दिन बीत जाने के बाद सड़क पर संदीप और नीता की मुलाकात होती है। जिस पर संदीप पूंछता है क्या हुआ! तुम कहां थीं इतने दिन से। इस पर नीता गुस्से में कहती है अभी मुझसे बात भी नहीं करो। अब संदीप सकते में आ जाता है यह क्या हुआ किसी दूसरे का घर बसाने चले थे। यहां तो अपना ही घर टूटता हुआ दिखाई दे रहा है। नीता की नाराजगी को देख संदीप ने मौके से जाना उचित समझा, जो संदीप के लिए तो काफी फायदेमंद रहा। दो दिन बाद नीता खुद फोन करके संदीप को बुलाती है। अब दोनों के बीच अभय और अंजू को लेकर वार्तालाप शुरू होता है। नीता बताती है कि जब उसने अभय को लेकर अंजू से बात की तो किस तरह से अंजू ने नीता को बेज्जत किया और उसे बुरा भला कहा। इस पर संदीप नाराज होता है कहता है अंजू को ऐसा नहीं करना चाहिए था। अंजू यह गलत कर रही है अभय बहुत अच्छा लड़का है और वह अंजू को लेकर काफी गंभीर है। वह उससे बहुत प्यार करता है। ऐसे में अगर अंजू उससे बात नहीं करेगी तो वह परेशान हो जाएगा, वह टूट जाएगा। कुछ हद तक उसकी पढ़ाई पर भी इसका असर पड़ेगा, लेकिन नीता समझाती है अंजू से अब बात करना उसके बस की बात नहीं और अगर अभय या तुम अंजू से बात करने की कोशिश करोगे तो वह तुम लोगों की बेज्जती भी कर सकती है। इस बात से संदीप सकते में आ जाता है। ऐसा क्या हुआ है कि अंजू इतना नाराज है। अभय ने ऐसी कोई गलती तो की नहीं है और ना ही वह इस तरह का लड़का है कि कोई बदतमीजी करें, फिर अंजू की नाराजगी का क्या कारण हो सकता है। इस पर नीता भी उसे कुछ सही सही बता नहीं पाती है। इसी बीच अभय भी वहां पर आ जाता है और नीता से पूंछता है कि क्या उसे लेकर अंजू से उसकी कोई बात हुई। नीता वहां से यह कह कर चली जाती है कि मैंने संदीप को सब कुछ बता दिया है वह तुम्हें सब कुछ बता देगा। फिर क्या था अभय संदीप के पास बैठ जाता है और पूंछता है कि नीता ने तुमसे क्या कहा है। संदीप अभय के दिल के हालातों को समझते हुए कहता है कुछ खास नहीं, अंजू ने कुछ समय मांगा है शायद वह किसी परेशानी से परेशान हैं। संदीप सीधे-सीधे अभय से कुछ नहीं कहना चाह रहा था। शायद वह जानता था कि अभय इससे अचानक परेशान हो सकता है, लेकिन अभय को संदीप की बात पर यकीन नहीं हो रहा था शायद यह पहली बार था कि एक दोस्त दूसरे की बात पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा था। अभय ने फिर कहा संदीप सच बताओ क्या बात है तो संदीप ने कहा अंजू अभी नाराज हैं और नीता से भी उसकी कुछ बातचीत हुई है। जिसे लेकर थोड़ा समय दो वह कोई ना कोई हल निकाल लेगा और परेशान होने की बात नहीं है अगर अंजू तुम्हें छोड़ती है तो यह उसकी गलती होगी और इसका खामियाजा उसे तुम्हें खोकर भुगतना होगा। मैं तुम्हारे लिए कोई नई गर्लफ्रेंड ढूंढ लूंगा और इसमें नीता मेरा सहयोग भी करेगी। अभय संदीप की इस बात से संतुष्ट नहीं होता है और वह कहता है कि नहीं उसकी एक बार बात अंजू से किसी भी तरह से करवा दो। जिस पर संदीप रहता है इसे लेकर वह नीता से बात करेगा। हालांकि कई दिन बीत जाने के बाद भी नीता और संदीप अभय और अंजू को मिलवाने के प्रयास में सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसे में अभय और अंजू के बीच की दूरियां और बढ़ जाती है। अब अभय को लगने लगता है कि शायद अंजू की जिंदगी में कोई दूसरा आ चुका है।
क्या कुछ ऐसा ही हुआ था। अंजू की जिंदगी में कोई दूसरा अभय की जगह ले चुका था, या फिर बात कुछ और थी। इन दोनों के प्यार में कुछ नया होने वाला था! या फिर अब अभय की जिंदगी में भी बदलाव आने वाला था। संदीप ऐसा क्या सोंच रहा था सब कुछ पढ़िए अगले अंक में..........।
इस कहानी में अब रोमांच की शुरुआत हो चुकी है। इन दोनों दोस्तों के दरमियां अभी बहुत कुछ होने वाला है। हर अंक आपको रोमांचित करने वाला है।
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