अजीत भारती
अजीत भारती एक भारतीय पत्रकार और एक बेहतरीन YouTuber हैं। उनका जन्म 24 सितंबर 1987 को दिल्ली में हुआ था। वह प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे कई मीडिया संस्थानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्हें ऑपइंडिया न्यूज चैनल पर एक पत्रकार के रूप में पहचाना मिला है। वर्तमान में वे Do Politics न्यूज़ पोर्टल के संस्थापक और संपादक के रूप में लोगों के बीच प्रसिद्ध हो चुके है। उन्होंने स्कूली पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल से पूरी की थी। अपनी इंटर स्तरीय शिक्षा किरोड़ी मल कॉलेज एवं दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म से स्नातक और मांस कम्युनिकेशन की डिग्री हासिल की थी। अजीत भारती मास कम्युनिकेशन की डिग्री पूरी करने के बाद। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का फैसला किया। पत्रकारिता के क्षेत्र में कई वर्षों तक काम करने के बाद, ऑपइंडिया समाचार चैनल में एक वरिष्ठ पत्रकार के रूप में उन्हें एक पहचान मिली। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग 10 वर्षों में एक अलग पहचान बनाई है। आज की तारीख में वह DO पॉलिटिक्स न्यूज पोर्टल के संस्थापक और इस चैनल के संपादक के रूप में भी काम करते नजर आ रहे हैं। उनके डीओ पॉलिटिक्स न्यूज पोर्टल से अब तक लगभग चार लाख से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। अजीत ने एक लेखक के रूप में भी लोगों के बीच अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने 3 बेस्टसेलर किताबें ‘देर विल बी नो लव’, ‘बकर पुराण’, ‘घर वापसी’ लिखी हैं। अपनी नई भाषा-शैली की वजह से ये काफ़ी सराहा गया है क्योंकि इसकी भाषा अभिजात्यता को त्यागने के बावजूद बिना फूहड़ हुए पाठक के चेहरे पर मुस्कान लाती है। इस किताब ने अपनी कहने की शैली और भाषा के प्रयोग से खुद को स्थापित किया है। और यही कारण है कि अब आपको सोशल मीडिया पर इस शैली में लिखने वाले बहुतायत मिलेंगे। ये इसकी सामूहिक स्वीकृति का परिचायक है।
बकर पुराण
बकर पुराण हर उस बैचलर लड़के की ज़िंदगी की किताब है जो घर छोड़कर दिल्ली जैसे शहरों में पढ़ने आता है और फिर उन शहरों का हिस्सा हो जाता है । इसके पन्नों पर हर उस लड़के की कहानी है जिसने कभी प्रेम किया हो, मूर्खता की हो, चाय की दुकान पर भारत की विदेश नीत
बकर पुराण
बकर पुराण हर उस बैचलर लड़के की ज़िंदगी की किताब है जो घर छोड़कर दिल्ली जैसे शहरों में पढ़ने आता है और फिर उन शहरों का हिस्सा हो जाता है । इसके पन्नों पर हर उस लड़के की कहानी है जिसने कभी प्रेम किया हो, मूर्खता की हो, चाय की दुकान पर भारत की विदेश नीत
घर वापसी
घरवापसी‘ उन विस्थापित लोगों की कहानी है जो बेहतर भविष्य के लक्ष्य का पीछा करते हुए, अपने समाज से दूर होने के बावजूद, वहाँ से पूरी तरह निकल नहीं पाते। ये कहानी बिहार-उत्तर प्रदेश आदि के गाँवों, छोटे शहरों से शिक्षा और नौकरी की तलाश में निकले युवाओं के
घर वापसी
घरवापसी‘ उन विस्थापित लोगों की कहानी है जो बेहतर भविष्य के लक्ष्य का पीछा करते हुए, अपने समाज से दूर होने के बावजूद, वहाँ से पूरी तरह निकल नहीं पाते। ये कहानी बिहार-उत्तर प्रदेश आदि के गाँवों, छोटे शहरों से शिक्षा और नौकरी की तलाश में निकले युवाओं के
जो भी कहूँगा, सच कहूँगा
प्रस्तुत पुस्तक अजीत भारती की चौथी पुस्तक है। व्यंग्य की विधा में ‘बकर पुराण’ से अपनी अलग पहचान बना चुके लेखक ने दोबारा उसी विधा में वापसी की है। ‘जो भी कहूँगा, सच कहूँगा’ राजनैतिक व्यंग्य संग्रह है जिसमें भारत की न्यायिक व्यवस्था, नेताओं और पार्टियो
जो भी कहूँगा, सच कहूँगा
प्रस्तुत पुस्तक अजीत भारती की चौथी पुस्तक है। व्यंग्य की विधा में ‘बकर पुराण’ से अपनी अलग पहचान बना चुके लेखक ने दोबारा उसी विधा में वापसी की है। ‘जो भी कहूँगा, सच कहूँगा’ राजनैतिक व्यंग्य संग्रह है जिसमें भारत की न्यायिक व्यवस्था, नेताओं और पार्टियो