संगीत और संगत में बीज की बड़ी ई मात्रा का ही अंतर है अच्छी संगत जहां व्यक्ति और समाज के चरित्र को सुगंधित करती है अथवा निखारती है उसी तरह संगीत भी वातावरण को आनंदित करता है संगीत में लय का विशेष महत्व है ।
संपूर्ण संगीत एक लय पर ही स्थिर है ,उसी प्रकार हमारा जीवन अनुशासन रुपी लय पर चलता है ,तभी वह स्थिर रहता है ,और तभी वह प्रफुल्लित हो पाता है ,जैसे हमारे शरीर के लिए सांसो का एक लय से चलना अनिवार्य है, उसी तरीके से संगीत में प्रत्येक स्वर नियंत्रित उतार-चढ़ाव के द्वारा संगीत को क्षमता प्रदान करते हैं ।
संगीत एक साधना है ,संगीत साधक जब तल्लीन होकर सुर साधना करता है ,तब वह इतना शक्तिशाली हो जाता है कि राग दीपक से प्रचंड गर्मी पैदा कर सकता है तो मेघमल्हार से बारिश की बूंदों का आनंद प्रदान कर सकता है ।
बचपन में मैंने पढ़ा कि
साहित्य संगीत कला विहीन ,
साक्षात पशु पुच्छ विषाणु हीना ।
जो व्यक्ति साहित्य ,संगीत और कला से रहित होता है ,वह पूंछ रहित पशु के समान होता है ,पशु कहलाने से बचने के लिए मैंने प्रारंभ से ही संगीत की शिक्षा ग्रहण की ।साहित्य के प्रति रुचि बचपन से ही लेनी शुरू कर दी ,कला के क्षेत्र में भी स्केचिंग भी सीखी ।
संगीत सुनना मेरा शौक है जब किसी गीत के बोल दिल में उतर जाए उन गानों को मैं बार-बार सुनकर गुनगुनाती रहती हूं ।हिंदी फिल्मों के बहुत से गाने मेरे दिल के करीब है या मन को छू जाते हैं कुछ गानों को मैं बार-बार सुनती हूं उनमें से कुछ गानों की लाइनें गुनगुनाते हुए मैं लिख रही हूं कभी कभी फिल्म के गाने जो मैं बचपन में नासमझ होने पर भी उनकी दोनों ने या उनकी संगीत की सौम्यता ने मुझे आकर्षित कर अपने मुंह पास में बांधा उन गानों को मैं आज भी उतना ही ताजगी भरा पाती हूं कभी कभी फिल्म का गाना मैं पल दो पल का शायर हूं पल दो पल मेरी कहानी है पल दो पल मेरी हस्ती है पल दो पल मेरी जवानी है इस और कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है इन दो गानों को मैंने कितनी बार सुना है और बार-बार सुनकर भी इन गानों को मैं आज भी बहुत प्यार से सुनती हूं शाहरुख खान की फिल्म आज आधुनिक फिल्मों में संगीत में शाहरुख खान की कल हो ना हो का जाना जो है समा कल हो ना हो पता नहीं क्यों मन को छूता है हर बार संजीव कुमार की खिलौना फिल्म का गाना खिलौना जानकर तुम तो मेरा दिल तोड़ जाते हो मन की कोमल भावनाओं को भ्रमित करता सा लगता है जिंदगी की सच्चाई बयां करते हुए बोल और गायक की मिठास और संगीतकार की धुन गाने को अमरता प्रदान करती है इस समय अक्षय कुमार की फिल्मों के गाने मुझे बहुत आकर्षित करते हैं
जया शर्मा प्रियंवदा