shabd-logo

युवा शक्ति का शौर्य

12 जनवरी 2023

12 बार देखा गया 12
युवा शक्ति का शौर्य 

स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस  12 जनवरी को हम राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं ।1984को संयुक्त राष्ट्र ने  (अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष )घोषित किया।
तभी से हम 12जनवरी को (राष्ट्रीय युवा  दिवस) मनाते हैं ।
(नर सेवा नारायण सेवा )का युवाओं में बीज मंत्र देने वाले स्वामी विवेकानंद का आज विश्व160वीं जन्म जयंती हम मना रहे हैं।
उम्र के 40 साल भी ना पाए जिस विवेकानंद ने उन्हीं स्वामी विवेकानंद की मृत्यु 120 वर्ष  बाद भी उनकी जन्म जयंती पर भारत के साथ संपूर्ण विश्व उनको प्रेरणा के रूप में याद कर रहा  है ।भारत को पुनः विश्व गुरु की उपाधि का एक सपना स्वामी विवेकानंद ने युवावर्ग को प्रदान किया।
उनकी यह भविष्यवाणी देश के युवाओं की कर्तव्यनिष्ठाके द्वारा सत्य होती प्रतीत हो रही है। विवेकानंद का पहला संकल्प था विकसित भारत,अमेरिका से लौटकर स्वामी विवेकानंद ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा (नया भारत निकल पड़े मोची की दुकान से ,भडभूजे के भाड़ से ,कारखाने से ,हाट से, बाजार से, निकल पड़े झोपड़ियों से ,जंगलों से ,पहाड़ों से ,पर्वतों से और खेत खलियान से ।और पुनः भारत को  विश्व गुरु के पद पर आसीन कर दे ।
जब हमारा देश परतंत्रता की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था,तब किसी ने स्वामी जी से पूछा मेरा धर्म क्या है 
तब स्वामी जी ने कहा था( गुलाम का कोई धर्म नहीं होता) तभी उन्होंने दूसरा संकल्प    देश को दिया,( गुलामी से मुक्ति) स्वामी जी कहा करते थे ,हम वह है जो हमें हमारी सोच ने बनाया है ,   इसलिए इस बात का ध्यान रखिए आप क्या सोचते हैं ,शब्द गौण हैं विचार रहते हैं वे दूर तक यात्रा करते हैं ।
अर्थात अपने मन मस्तिष्क में गुलामी का कोई भी विचार ना रहने दें।
11 सितंबर1893 का स्वामी जी का शिकागो में दिया गया भाषण भारत की विरासत पर गर्व करने का सर्वोत्तम उदाहरण है ,जब भारत गुलामी गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था ,तब स्वामी विवेकानंद ने भारत की प्राचीन सभ्यता ,संस्कृति ,विरासत अध्यात्म और वैभवशाली   इतिहास के बारे में  विदेशी धरती पर गर्व के साथ बताया ।
 उसके बाद पुनः भारत को मान सम्मान मिला ।
गुलामी के कारण जो हीनता का भाव भारतीयों में आया था वह खत्म हुआ। मानो किसी नये सवेरे ने जन्म लिया।
 विश्वविजय की इस यात्रा से सभी भारत वासियों मेंऊर्जा की एक नई लहर दौड़ी और भारत फिर से परम वैभव को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर हुआ ।
विवेकानंद का चौथा संकल्प था एकता और एकजुटता पर स्वामी जी का विश्व को संदेश था कि जल्दी हर धर्म की पताका पर लिखा हो विवाद नहीं सहायता, विनाश नहीं संवाद, मतविरोध नहीं  समन्वय और शांति ।
स्वामी विवेकानंद ने देशवासियों से कहा था इस बात पर गर्व करो तुम एक भारतीय हो ,और अभिमान के साथ यह घोषणा करो कि हम भारतीय हैं ,और प्रत्येक भारतीय हमारा भाई है। स्वामी विवेकानंद के विचारोंसे भारतवासी पूर्णताअपने अंदर गर्व महसूस करते थे ।
स्वामी विवेकानंद ने भारतवासियों में पांचवा संकल्प था ( नागरिकों का कर्तव्य )
स्वामी विवेकानंद द्वारा लिखित कर्म योग नामक पुस्तक का चौथा अध्याय है कर्तव्य क्या है ?इसमें उन्होंने जीवन के हर कर्तव्य के बारे में विस्तार से बताया है ।स्वामी जी ने लिखा ,हमारा पहला कर्तव्य है (हम अपने प्रति घृणा ना करें ) युवा शक्ति को आह्वान करते हुए स्वामी विवेकानंद के विचार अत्यंत महत्वपूर्ण है ।हमारी आध्यात्मिक शक्ति गौरवपूर्ण संस्कृति संस्कारों से ओतप्रोत ,अद्भुत सामर्थसंपन्न, वसुधैव कुटुंबकम के भाव के कारण विश्व में पूजनीय है ।
स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को युवा दिवस के रूप में मनाने का महत्वपूर्ण संदेश युवा वर्ग को संगठित कर देश को यशस्वी और कीर्तिमान बनाना है ।


जया शर्मा प्रियंवदा
 Dr.Jyoti Maheshwari

Dr.Jyoti Maheshwari

बहुत अच्छा लेख

13 जनवरी 2023

1

हिन्दी की दशा और दिशा

10 जनवरी 2023
0
1
0

(हिन्दी की दशा और दिशा)हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा है । भारत में हिन्दी भाषा बोलने वाले और उसे समझने वालों की संख्या अन्य भाषाओं की तुलना में अधिक है ।हिन्दी भाषा में प्रान्तीय बोलियों के शब्द मिश्रित क

2

यादों में बसा मेरा बचपन

11 जनवरी 2023
2
1
0

यादों में बसा मेरा बचपनमेरा बचपन जिसको मैंने कभी भूला ही नहीं ,अपनी यादों में संजो कर रखा है ,जो मेरी सुनहरी यादों में कस्तूरी सा महकता रहता है ।हर समय यादों के झरोखों में बसने वाली मुझे बचपन या

3

युवा शक्ति का शौर्य

12 जनवरी 2023
1
1
1

युवा शक्ति का शौर्य स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस 12 जनवरी को हम राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं ।1984को संयुक्त राष्ट्र ने (अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष )घोषित किया।तभी से हम 12ज

4

प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम)

16 जनवरी 2023
0
1
0

(प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम) भारत आज विकसित देशों से हाथ मिला रहा है ,और विकसित देश भी भारत के विकास में सहायता कर रहे हैं। पर भारत की आधी से ज्यादा जनसंख्या ,समस्याओं से जूझ रही है ।हम अंग्र

5

संगीत और संगत

6 मार्च 2023
2
1
0

संगीत और संगत में बीज की बड़ी ई मात्रा का ही अंतर है अच्छी संगत जहां व्यक्ति और समाज के चरित्र को सुगंधित करती है अथवा निखारती है उसी तरह संगीत भी वातावरण को आनंदित करता है संगीत में लय का विशेष महत्व

6

होली और उल्लास

7 मार्च 2023
2
0
0

रंगों के माध्यम से अपने उल्लास को प्रकट करने का भाव होली है। हर रंग की अपनी अलग ही भाषा है ।होली रंगों का पर्व है होली उत्सव का प्रमुख ध्येय आपसी वैमनस्य को मिटा कर सौहार्द की भावना को अपन

7

कविता का सौन्दर्य 

21 मार्च 2023
6
1
0

कविता का सौन्दर्य उसके अर्थ में होता है और शब्द उसके अर्थ को व्यक्त करते हैं ।कविता रस अलंकार और छन्दबद्ध हो तो श्रोता के मन मष्तिक पर अमिट छाप छोड़ने वाली होती है ।विश्व की सर्वोत्तम कविता मैं तुलसी

8

दिव्य शक्तियों से परिपूर्ण नवरात्रि

22 मार्च 2023
3
1
0

. दिव्य शक्तियों से परिपूर्ण नवरात्रि हिन्दूसंस्कृति के दिव्य दिवस नवरात्रि में माता की आराधना में समर्पित भक्तों के साथ, प्रकृति भी अपने पुराने स्वरूप को छोड़कर नव हो जाती है ।भारतीय संस्क

9

यादों में बसा मेरा बचपन

26 मार्च 2023
3
2
1

मेरा बचपन जिसको मैंने कभी भूला ही नहीं ,अपनी यादों में संजो कर रखा है ,जो मेरी सुनहरी यादों में कस्तूरी सा महकता रहता है ।हर समय यादों के झरोखों में बसने वाली मुझे बचपन याद ना आए ऐसा हो नहीं सकत

10

राम नाम की महिमा

30 मार्च 2023
0
1
0

राम नाम की महिमाइस प्रकार राम का नाम, ब्रह्म और सगुण श्री राम दोनों से बड़ा है ।यह वरदान देने वालों को भी पुण्य देने वाला है ,श्री शिव जी ने अपने हृदय में यह जानकारी सौ करोड़ राम चरित्रों में से इस रा

11

सखी ललिता

3 अप्रैल 2023
2
1
0

कब मिले ,कब मित्रता ने अटूट अपनत्व धारण कर लिया, पता। न चला पर हमने मित्रता की डगर पकड ली ।स्कूल भी हमारा साथ रहा तो दोनों एक ही क्लास में तो मित्रता का रिश्ता और प्रगाढ हो गया ।जया के बारे में पूछने

12

हमारे एस्ट्रानॉट बजरंगबली

6 अप्रैल 2023
1
1
0

हमारे एस्ट्रोनाट बजरंगबलीकहानी एस्ट्रोनॉट की हो तो अपने इष्ट को याद करके बडा गर्व अनुभव हो रहा है ।मेरे इष्ट बजरंग बली से भी बडा कोई एस्ट्रोनॉट होगा जिन्होंने सम्पूर्ण अन्तरिक्ष को क्रीडांगन बना रक्खा

13

प्रसन्नता और स्वास्थ्य

7 अप्रैल 2023
2
1
0

प्रसन्नता और स्वास्थ्यहमेशा प्रसन्न रहने की आदत आपको मानसिक मजबूती प्रदान करती है। शारीरिक स्वास्थ्य में प्रसन्न मन का बहुत बड़ा योगदान हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति मानसिक परेशानियों के कारण हृदय रोग का शिक

14

स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव थापर

16 मई 2023
1
1
0

स्वतंत्रता के लिए अपने को पूर्ण रूप से समर्पित करने वाले क्रांतिकारियों के मध्य सुखदेव थापर एक ऐसा नाम है जो टिप्पणी की तरह अपनी चमक और कीर्ति भी खेलता हुआ बिछड़ता हुआ दिव्य आभा को से दमक

15

दूरियों का खूंटा

30 अगस्त 2023
0
0
0

दूरियों का खूंटारक्षाबंधन पर अपने बड़े भाई को राखी बांध का शाहदरा से शकुंतला ने रोहिणी जाने के लिए मेट्रो से जाना ज्यादा ठीक समझा ।भीड़ कम होने पर आसानी से मेट्रो में जगह मिल गई, बैठने के लिए जिम्मेदा

16

मेरे सम्मानीय शिक्षक

5 सितम्बर 2023
0
0
0

अपने सभी सम्माननीय शिक्षकों को मैं सादर अभिवादन करती हूं जिन्होंने मुझ जैसे तुच्छ प्राणी को तराश कर समाज के योग्य बनाया ।सर्वप्रथम मेरे गुरू अम्मा पिताजी हैं, जिन्होंने जन्म के साथ ही संस्कारों की छाय

17

प्रथम वन्दनीय श्री गणेश

19 सितम्बर 2023
1
1
1

प्रथम वन्दनीय श्री गणेशअजं निर्विकल्पं निराकारमेकंनिरातंकमद्वैतमानन्दपूर्णम्परं नि्गुणं निर्विशेषं निरीहंपरब्रह्मरुपं गणेशं भजे।। गणेश जी अजन्मा ,निर्विकार ,निराकार और उस दिव्य चेतना के प्रतीक है

18

गांधीजी एक विचारधारा

2 अक्टूबर 2023
1
2
1

गांधीजी एक विचारधाराराष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जन्मतिथी पर शत शत मन महात्मा गांधी के अहिंसा और सत्याग्रह से जुड़े विचारों का सम्मान पूरी दुनिया करती है ।मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म

19

(प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम)

4 अक्टूबर 2023
1
1
0

(प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम) भारत आज विकसित देशों से हाथ मिला रहा है ,और विकसित देश भी भारत के विकास में सहायता कर रहे हैं। पर भारत की आधी से ज्यादा जनसंख्या ,समस्याओं से जूझ रही है । हम अंग्रेजो

20

हमारे नगर में छठ पूजा

18 नवम्बर 2023
0
0
0

हमारे नगर में छठ पूजाभगवान सूर्य के प्रति श्रद्धा में लिप्त छठ महापर्व पूर्वांचल वासियों की अटूट श्रद्धा का प्रतीक है ।श्रद्धा में भक्त भूख प्यास को भूल छठ मैया की पूजा में पूर्णतया डूब जाते हैं

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए