shabd-logo

दूरियों का खूंटा

30 अगस्त 2023

5 बार देखा गया 5
दूरियों का खूंटा

रक्षाबंधन पर अपने बड़े भाई को राखी बांध का शाहदरा से शकुंतला ने रोहिणी जाने के लिए मेट्रो से जाना ज्यादा ठीक समझा ।
भीड़ कम होने पर आसानी से मेट्रो में जगह मिल गई, बैठने के लिए जिम्मेदारियों में शकुंतला को कुमार और वक्त से पहले ही थका दिया है सीख मिलते ही मैं आंखें बंद कर अपने को कुछ आराम देने की कोशिश करने लगी ।
अगले स्टेशन पर दो छोटे बच्चों के साथ पति पत्नी चढे, दोनों बच्चों ने एक से ही कपड़े पैंट शर्ट पहन रखी थी, और एक दूसरे का कसकर हाथ पकड रक्खा था ।
शकुंतला आज भी ,अपने भाइयों के लिए राखी खरीदने जाने की तैयारियां करती हैं  हमेशा बचपन में पहुंच जाती है ।
किस तरह सारे भाई बहन मिलकर त्यौहार पर  उधम कांटा करते थे ,त्योहारों पर बच्चों को डांटने की किसी की भी हिम्मत नहीं होती ,बाबा दादी के सामने बच्चों को डांटने की बड़ों बड़ों की  हिम्मत जवाब दे जाती ।
हर बच्चे को वही चीज चाहिए होती ,जिस पर दूसरा बच्चा हाथ रख देता ।वैसे वही खिलौना कोने में पड़ा रहता ,तब कोई उसको पूछता भी नहीं ।
सबका एक साथ मुस्कुराने वाले दिन कितने प्यारे प्यारे दिन थे ।राखी बांधने का इंतजार हर भाई बड़े प्यार से करता और राखी के प्रति भी थोड़ा सा झंझट हो ही जाता है यह बड़ी वाली मेरी, ऐसा हर बार होता, फिर भी राखियों को बहुत ही प्यार से बनवाते दोनों भाई ।
वह भी क्या दिन थे ,जब मां दोनों को कुछ पैसे देती ,ले अपनी बहन को दे ।और बहन बड़े प्यार से अपने भाइयों का मुंह मीठा करवाती ।
इसी तरीके से हर दिवाली पर पहले से ही घर को सजाने की ,साफ-सुथरा कराने की सफाई में पहनने का घर को सवारने में लग जाते बाबा दादी ने बच्चों के मन में ऐसी बात बता रखी थी ,कि जिस घर के कोने कोने में सफाई होती है ,उसी घर में मां लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाने को दिवाली की रात आती है ।
और दादी बाबा की बातों का पूरा ख्याल सम्मान देते हुए रखा जाता ।और कोने-कोने की सफाई की जाती ,और उसको इसी तरीके से होली में एक दूसरे पर इतना रंग बिखेरा जाता खुशियों का ,कि एक दूसरे की शक्ल लोग पहचानने के लिए व्याकुल रहते ।सबका चेहरा सतरंगी और खुशियों से सराबोर होता ।
बाबा दादी के सामने हर तीज त्यौहार की परंपराओं का पूरा पूरा पालन किया जाता ।
धीरे-धीरे परंपराएं हमारे परिवार के हाथ से छिटकने  लगीं । हम बड़े होने लगे, और और किस घड़ी हमको इस तरीके से मिलना मिलना बचपना नजर आने लगा ,याद ही नहीं आता ।
पर वह दिन शकुंतला को आज भी बहुत याद आते हैं। अचानक उन बच्चों को ेछोटी सी बात पर लड़ते झगड़ते देख ,शकुंतला की यादों की भंवर  में एक कंकड़ सा पड़ा ,शकुंतला की आंखें अनायास उन बच्चों की शरारतों पर पहुंच गई कभी एक साथ उनको एक ही कुर्सी पर बैठना होता ,कभी एक साथ ही कूदकर नीचे आना होता ।
शकुन्तला ने बच्चों की मां से पूछा, क्या बात हो गई, बच्चों की मां बोल पड़ी अरे आन्टी, इनका क्या है एक ही बात पर लड़ते हैं । एक दूसरे के बिना चैन भी नहीं है दोनों को ।अभी याद भी नहीं रहेगा  इनको किस बात पर झगड़ रहे थे ।
शकुंतला  मां की बातों को सुनकर सोचने लगी , इन दोनों बच्चों का बचपना  बड़प्पन में भी बना रहे जिसमें झगड़ा हो पर वह पल भर में ही सुलझ जाए और एक दूसरे के बिना दोनों भाइयों को चैन ना आए ,दोनों भाइयों के बीच दूरियों का खूंटा भगवान इतना मजबूत ना करना कभी भागकर एक दूसरे के पास आने की कोशिश करें तो कोशिशें बेजार हो जाए ।

जया शर्मा प्रियंवदा
1

हिन्दी की दशा और दिशा

10 जनवरी 2023
0
1
0

(हिन्दी की दशा और दिशा)हिन्दी हमारी राष्ट्र भाषा है । भारत में हिन्दी भाषा बोलने वाले और उसे समझने वालों की संख्या अन्य भाषाओं की तुलना में अधिक है ।हिन्दी भाषा में प्रान्तीय बोलियों के शब्द मिश्रित क

2

यादों में बसा मेरा बचपन

11 जनवरी 2023
2
1
0

यादों में बसा मेरा बचपनमेरा बचपन जिसको मैंने कभी भूला ही नहीं ,अपनी यादों में संजो कर रखा है ,जो मेरी सुनहरी यादों में कस्तूरी सा महकता रहता है ।हर समय यादों के झरोखों में बसने वाली मुझे बचपन या

3

युवा शक्ति का शौर्य

12 जनवरी 2023
1
1
1

युवा शक्ति का शौर्य स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस 12 जनवरी को हम राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाते हैं ।1984को संयुक्त राष्ट्र ने (अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष )घोषित किया।तभी से हम 12ज

4

प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम)

16 जनवरी 2023
0
1
0

(प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम) भारत आज विकसित देशों से हाथ मिला रहा है ,और विकसित देश भी भारत के विकास में सहायता कर रहे हैं। पर भारत की आधी से ज्यादा जनसंख्या ,समस्याओं से जूझ रही है ।हम अंग्र

5

संगीत और संगत

6 मार्च 2023
2
1
0

संगीत और संगत में बीज की बड़ी ई मात्रा का ही अंतर है अच्छी संगत जहां व्यक्ति और समाज के चरित्र को सुगंधित करती है अथवा निखारती है उसी तरह संगीत भी वातावरण को आनंदित करता है संगीत में लय का विशेष महत्व

6

होली और उल्लास

7 मार्च 2023
2
0
0

रंगों के माध्यम से अपने उल्लास को प्रकट करने का भाव होली है। हर रंग की अपनी अलग ही भाषा है ।होली रंगों का पर्व है होली उत्सव का प्रमुख ध्येय आपसी वैमनस्य को मिटा कर सौहार्द की भावना को अपन

7

कविता का सौन्दर्य 

21 मार्च 2023
6
1
0

कविता का सौन्दर्य उसके अर्थ में होता है और शब्द उसके अर्थ को व्यक्त करते हैं ।कविता रस अलंकार और छन्दबद्ध हो तो श्रोता के मन मष्तिक पर अमिट छाप छोड़ने वाली होती है ।विश्व की सर्वोत्तम कविता मैं तुलसी

8

दिव्य शक्तियों से परिपूर्ण नवरात्रि

22 मार्च 2023
3
1
0

. दिव्य शक्तियों से परिपूर्ण नवरात्रि हिन्दूसंस्कृति के दिव्य दिवस नवरात्रि में माता की आराधना में समर्पित भक्तों के साथ, प्रकृति भी अपने पुराने स्वरूप को छोड़कर नव हो जाती है ।भारतीय संस्क

9

यादों में बसा मेरा बचपन

26 मार्च 2023
3
2
1

मेरा बचपन जिसको मैंने कभी भूला ही नहीं ,अपनी यादों में संजो कर रखा है ,जो मेरी सुनहरी यादों में कस्तूरी सा महकता रहता है ।हर समय यादों के झरोखों में बसने वाली मुझे बचपन याद ना आए ऐसा हो नहीं सकत

10

राम नाम की महिमा

30 मार्च 2023
0
1
0

राम नाम की महिमाइस प्रकार राम का नाम, ब्रह्म और सगुण श्री राम दोनों से बड़ा है ।यह वरदान देने वालों को भी पुण्य देने वाला है ,श्री शिव जी ने अपने हृदय में यह जानकारी सौ करोड़ राम चरित्रों में से इस रा

11

सखी ललिता

3 अप्रैल 2023
2
1
0

कब मिले ,कब मित्रता ने अटूट अपनत्व धारण कर लिया, पता। न चला पर हमने मित्रता की डगर पकड ली ।स्कूल भी हमारा साथ रहा तो दोनों एक ही क्लास में तो मित्रता का रिश्ता और प्रगाढ हो गया ।जया के बारे में पूछने

12

हमारे एस्ट्रानॉट बजरंगबली

6 अप्रैल 2023
1
1
0

हमारे एस्ट्रोनाट बजरंगबलीकहानी एस्ट्रोनॉट की हो तो अपने इष्ट को याद करके बडा गर्व अनुभव हो रहा है ।मेरे इष्ट बजरंग बली से भी बडा कोई एस्ट्रोनॉट होगा जिन्होंने सम्पूर्ण अन्तरिक्ष को क्रीडांगन बना रक्खा

13

प्रसन्नता और स्वास्थ्य

7 अप्रैल 2023
2
1
0

प्रसन्नता और स्वास्थ्यहमेशा प्रसन्न रहने की आदत आपको मानसिक मजबूती प्रदान करती है। शारीरिक स्वास्थ्य में प्रसन्न मन का बहुत बड़ा योगदान हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति मानसिक परेशानियों के कारण हृदय रोग का शिक

14

स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव थापर

16 मई 2023
1
1
0

स्वतंत्रता के लिए अपने को पूर्ण रूप से समर्पित करने वाले क्रांतिकारियों के मध्य सुखदेव थापर एक ऐसा नाम है जो टिप्पणी की तरह अपनी चमक और कीर्ति भी खेलता हुआ बिछड़ता हुआ दिव्य आभा को से दमक

15

दूरियों का खूंटा

30 अगस्त 2023
0
0
0

दूरियों का खूंटारक्षाबंधन पर अपने बड़े भाई को राखी बांध का शाहदरा से शकुंतला ने रोहिणी जाने के लिए मेट्रो से जाना ज्यादा ठीक समझा ।भीड़ कम होने पर आसानी से मेट्रो में जगह मिल गई, बैठने के लिए जिम्मेदा

16

मेरे सम्मानीय शिक्षक

5 सितम्बर 2023
0
0
0

अपने सभी सम्माननीय शिक्षकों को मैं सादर अभिवादन करती हूं जिन्होंने मुझ जैसे तुच्छ प्राणी को तराश कर समाज के योग्य बनाया ।सर्वप्रथम मेरे गुरू अम्मा पिताजी हैं, जिन्होंने जन्म के साथ ही संस्कारों की छाय

17

प्रथम वन्दनीय श्री गणेश

19 सितम्बर 2023
1
1
1

प्रथम वन्दनीय श्री गणेशअजं निर्विकल्पं निराकारमेकंनिरातंकमद्वैतमानन्दपूर्णम्परं नि्गुणं निर्विशेषं निरीहंपरब्रह्मरुपं गणेशं भजे।। गणेश जी अजन्मा ,निर्विकार ,निराकार और उस दिव्य चेतना के प्रतीक है

18

गांधीजी एक विचारधारा

2 अक्टूबर 2023
1
2
1

गांधीजी एक विचारधाराराष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जन्मतिथी पर शत शत मन महात्मा गांधी के अहिंसा और सत्याग्रह से जुड़े विचारों का सम्मान पूरी दुनिया करती है ।मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म

19

(प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम)

4 अक्टूबर 2023
1
1
0

(प्राकृतिक आपदाओं का कारण और हम) भारत आज विकसित देशों से हाथ मिला रहा है ,और विकसित देश भी भारत के विकास में सहायता कर रहे हैं। पर भारत की आधी से ज्यादा जनसंख्या ,समस्याओं से जूझ रही है । हम अंग्रेजो

20

हमारे नगर में छठ पूजा

18 नवम्बर 2023
0
0
0

हमारे नगर में छठ पूजाभगवान सूर्य के प्रति श्रद्धा में लिप्त छठ महापर्व पूर्वांचल वासियों की अटूट श्रद्धा का प्रतीक है ।श्रद्धा में भक्त भूख प्यास को भूल छठ मैया की पूजा में पूर्णतया डूब जाते हैं

21

मेरे पापा लाए फ्राक

14 नवम्बर 2024
3
1
0

मेरे पापा लाए फ्राक मेरी प्यारी सुन्दर फ्राक ,लाल पीले हरे गुलाबी फूलों की है बगिया न्यारी ,फ्राक पर बैठी दो दो तितली कितनी सुन्दर कितनी प्यारी ,कभी फुदकती लाल फूल पर तुरन्त फुदकती

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए