इस संग्रह में "अनीश" के बचपन की यादों और अठखेलियों को संजोने की कोशिश की गई है, जिसमें उसकी मासूमियत, उसकी हंसी, खेल, और उसके प्यारे-प्यारे सपने चित्रित होते हैं। इन कविताओं में बचपन के सबसे प्यारे और अमूल्य पलों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया है।