shabd-logo

common.aboutWriter

चालिस साल से अधिक समय से लेखन कार्य में हूं और देश के नामचीन प्रकाशनों में नियमित लेखन कार्य कर रहा हूं। संप्रति www.samachardarpan24.com नामक प्रसिद्ध वैबसाइट का संपादन और संचालन में लगा हुआ हूं।

common.awards_and_certificates

prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-04-14

common.books_of

अनिल अनूप की डायरी

अनिल अनूप की डायरी

विविध विषयों पर आधारित संस्मरण डायरी के रूप में।

15 common.readCount
6 common.articles

निःशुल्क

अनिल अनूप की डायरी

अनिल अनूप की डायरी

विविध विषयों पर आधारित संस्मरण डायरी के रूप में।

15 common.readCount
6 common.articles

निःशुल्क

जननी

जननी

समाज की उपेक्षित और तिरस्कृत महिलाओं पर विविध विषयों से संबंधित कहानियां

4 common.readCount
4 common.articles

निःशुल्क

जननी

जननी

समाज की उपेक्षित और तिरस्कृत महिलाओं पर विविध विषयों से संबंधित कहानियां

4 common.readCount
4 common.articles

निःशुल्क

खरीदी हुई दुल्हन

खरीदी हुई दुल्हन

महिला औसत कम वाले राज्यों में किस तरह बेमेल विवाह कर औरतों को जानवर बना दिया जाता है इसका वर्णन किया गया है इस किताब में

1 common.readCount
1 common.articles

निःशुल्क

खरीदी हुई दुल्हन

खरीदी हुई दुल्हन

महिला औसत कम वाले राज्यों में किस तरह बेमेल विवाह कर औरतों को जानवर बना दिया जाता है इसका वर्णन किया गया है इस किताब में

1 common.readCount
1 common.articles

निःशुल्क

sahafee

sahafee

का मंच सामाजिक विचारों

0 common.readCount
0 common.articles

निःशुल्क

sahafee

sahafee

का मंच सामाजिक विचारों

0 common.readCount
0 common.articles

निःशुल्क

काव्य दीप समर्पित संग्रह प्रथम दीप

काव्य दीप समर्पित संग्रह प्रथम दीप

मैंने अपने छोटे से जीवनकाल में विचारों की प्रखरता, अनुभवों की गठरी और ज्ञान के विविध आयाम अपने पिता से विरासत में पाये हैं। आज उनके आकाशीय आशीर्वाद के फलस्वरूप शुभ दिन सम्भव हुआ है कि काव्यदीप की साहित्यिक यात्रा में एक मील का पत्थर रखा जा रहा है। 'क

0 common.readCount
0 common.articles

निःशुल्क

काव्य दीप समर्पित संग्रह प्रथम दीप

काव्य दीप समर्पित संग्रह प्रथम दीप

मैंने अपने छोटे से जीवनकाल में विचारों की प्रखरता, अनुभवों की गठरी और ज्ञान के विविध आयाम अपने पिता से विरासत में पाये हैं। आज उनके आकाशीय आशीर्वाद के फलस्वरूप शुभ दिन सम्भव हुआ है कि काव्यदीप की साहित्यिक यात्रा में एक मील का पत्थर रखा जा रहा है। 'क

0 common.readCount
0 common.articles

निःशुल्क

common.kelekh

"पांच" पत्र

1 मई 2022
0
1

अनिल अनूप [ हरिमोहन झा आधुनिक मैथिली साहित्य के शिखर-पुरुष हैं, उन्हें हास्य-व्यंग्य सम्राट कहा जाता है़ मैथिली के आरंभिक कहानीकारों में वे शीर्षस्थ रहे हैं. वैसे तो उनकी ज़्यादातर कहानियों में व

खरीदी हुई दुल्हन

29 अप्रैल 2022
0
1

'पंद्रह साल की थी, जब शादी हुई। निकाह के बाद जाना कि शौहर की उम्र मेरे पिता से भी कुछ ज्यादा है। फिर तो एक के बाद एक राज खुलते चले गए। वो देख नहीं पाता था और न ही कोई काम-धाम करता। गांव में लड़की नहीं

अस्तित्व से खिलवाड़

14 अप्रैल 2022
0
0

-अनिल अनूप चाचा अक्सर हमारे घर आते थे. बहुत हंसमुख और मिलनसार किस्म के थे वो. कभी बच्चों के लिए संतरे लाते तो कभी बेकरी वाले बिस्किट. सभी लोग उन्हें बहुत पसंद करते थे, लेकिन मुझे वो रत्ती भर भी पसंद न

डर हार गई हिम्मत जीत गई...

14 अप्रैल 2022
0
0

अनिल अनूप उस दिन हिम्मत और डर की गज़ब लड़ाई हुई थी। सुबह उठ के घर के सारे काम किये, बिना किसी को ये एहसास दिलाए की आज उन्हें जाना था किसी को खुद को समर्पित करने, समाज के बंधन तोड़ने। उनके मन में हज़ार सं

होश संभाला तो खुद को कोठे पर पाया

11 अप्रैल 2022
0
0

अनिल अनूप [पैसों के लिए मां-बाप ने मुझे कोठे पर बिठा दिया. वहां से भागकर रेलवे स्टेशन पहुंची. रोटी से ज्यादा आसानी से वहां नशा मिलता था.]तब मैं पेट से थी. सड़क पर रहती. जरूरत के समय दवा-दारू तो दूर, ए

देह में बाज़ार और बाज़ार में देह

8 अप्रैल 2022
0
0

-अनिल अनूप इशारे करती आंखों को देख गाड़ियां अक्सर यहां धीमी हो जाती हैं. काजल भरी आंखें, मेकअप से सजे चेहरे और चटकीले लिबास लपेटे सैकड़ों जिस्म रोज़ाना इन सड़कों पर किसी का इंतज़ार करते हैं.

शारीरिक संबंध बनाने के बाद पति बेकार समझ लिया करते थे…’

7 अप्रैल 2022
0
0

‘ मेरे परिवार की आर्थिक हालत खींचतान के उदयपुर के आम निम्न मध्यवर्गीय घरों जैसी ही थी। इसलिए पारिवारिक बोझ कम करने के लिए मेरी शादी 18 साल की उम्र में उदयपुर रेलवे स्टेशन के पास कर दी गई। अब शादी

मन लड़की का, पर शरीर लड़के का ; एक ट्रांसवुमेन का जिंदगीनामा ; एक ऐसा दर्द जो बिरले ही झेल पाते

7 अप्रैल 2022
1
0

अनिल अनूप बरेली में स्टेज परफॉर्म कर काफी अवॉर्ड-रिवॉर्ड जीतने वाली ट्रांसवुमन सोनिया पांडे इन दिनों रेलवे में जॉब करती हैं। सोनिया की इच्छा अगले साल तक मुंबई आकर अपने डांस का हुनर लोगों के स

आपबीती लिखूं तो दीवारों पर जगह न बचे….

7 अप्रैल 2022
0
0

मैं तब 13 साल की थी। होली का दिन था। पापा के दोस्त घर आए थे। मैं किचन में चाय बना रही थी। तभी पापा के दोस्त पीछे से आए और मेरे गाल पर रंग लगाने लगे। रंग लगाते-लगाते उनके हाथ मेरी कमीज के अंदर जा

सेक्स चाहिए सिर्फ

14 जनवरी 2017
1
0

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए