"उसको जाने हुए हैं बस कुछ दिन,
फिर भी अपना-सा वो लगे मुझको,
वैसे बेशक ही वो हकीकत है,
जाने सपना-सा क्यों लगे मुझको,
उसकी बातों में बात कुछ तो है,
उसकी हर बात भा गई मुझको,
उसमे मासूमियत है कुछ ऐसी,
पल में ही रास आ गई मुझको... "
25 जुलाई 2018
"उसको जाने हुए हैं बस कुछ दिन,
फिर भी अपना-सा वो लगे मुझको,
वैसे बेशक ही वो हकीकत है,
जाने सपना-सा क्यों लगे मुझको,
उसकी बातों में बात कुछ तो है,
उसकी हर बात भा गई मुझको,
उसमे मासूमियत है कुछ ऐसी,
पल में ही रास आ गई मुझको... "