ना कोई बाधा, ना ही उलझन, ना मुश्किल, परेशानी,
बाकी मन में रहे न उसके दुविधा का कोई नाम,
ग्रह, नक्षत्र, स्वयं काल भी नतमस्तक है उसके आगे,
जिसने मन में बसा लिया है पुरुषोत्तम श्री राम,
लाख जतन कर कोई भी विपदा सम्मुख चाहे आए,
कोशिश करे सकल जग किंतु बिगड़े न उसके काम,
राम नाम से सारा जीवन, जग सारे जगवासी,
राम नाम से पूर्ण मनोरथ और सभी परिणाम,
राम नाम का जाप करो तुम सदा सुबह और शाम,
राम नाम में ही बसते हैं सारे तीरथ-धाम,
प्रगति मिले, सफलता तेरी, दूर हो संशय-शंका,
हाथ जोड़कर दिल से सारे बोलो जय श्री राम”