मेरी नई कविता
#हर_हर_तिरंगा
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हर-हर तिरंगा
घर-घर तिरंगा
लहराएंगे फहराएंगे।
मां भारती के मान को हम
मां भारती के सम्मान को हम
जन-जन तक पहुंचाएंगे। हर-हर तिरंगा ,,,,,,
चल पड़े जो कदम अब रुकेंगे नहीं।
उठ गए जो सर अब झुकेंगे नहीं।
चीर कर सीना आसमा का हम।
तिरंगा वहां भी गाड़ देंगे। हर-हर तिरंगा ,,,,,
तूफानों में चलने को है तैयार हम।
आंधियों से भिड़ने को है तैयार हम।
हमें नाज है अपने वतन पर।
हमें फक्र है अपने वतन पर। हर-हर तिरंगा ,,,,,
हम जान है तिरंगे की,
तिरंगा हमारी जान है।
जीना इसी के लिए
मरना इसी के लिए
ये वतन की पहचान है। हर- हर तिरंगा ,,,,,
#चतरसिंह_गेहलोत
शिक्षक, प्रेरक वक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता
निवाली जिला बड़वानी
9993803698
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