पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली तो पूरे देश में शोक की लहर दौड़ उठी। पूरा देश अरुण जेटली के जाने से सदमे में हैं, लेकिन इसका सबसे दुख उनके परिवार को हुआ। अरुण जेटली का परिवार बिलख बिलख कर रो रहा है, लेकिन फिर भी जो संदेश उन्होंने पीएम मोदी को दिया है, उससे हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा। जी हां, अरुण जेटली की फैमिली ने पीएम मोदी को एक बड़ा संदेश दिया है, जिसमें उनके देश प्रेम की भावना को साफ साफ महसूस किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
अरुण जेटली के दुनिया छोड़ जाने के बाद तमाम दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है, जिसके बाद रविवार यानि आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसी कड़ी में अरुण जेटली के घर के बाहर शोक में डूबे लोग भारी संख्या में मौजूद है, लेकिन उनके सबसे करीब दोस्त पीएम मोदी की कमी ज़रूर खल रही है। दरअसल, पीएम मोदी विदेश यात्रा पर गए हैं और वे अपने मित्र के अंतिम विदाई में चाहकर भी शामिल नहीं हो सकते हैं, लेकिन इसी पर अरुण जेटली की फैमिली ने बड़ा संदेश दिया है, जिसे जानकर हर किसी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
अरुण जेटली के बेटे का पीएम मोदी को संदेश
अरुण जेटली के बेटे रोहन ने पीएम मोदी को संदेश देते हुए कहा कि आप देश को आगे बढ़ाने के लिए बाहर गए हैं, इसलिए हो सके तो अपना दौरा रद्द न करें और पूरी यात्रा करने के बाद ही भारत वापस लौटे। साथ ही उन्होंने कहा कि सबसे पहले देश है, इसीलिए प्लीज यात्रा पूरी करके ही वापस लौटे। मतलब साफ है कि अरुण जेटली की फैमिली इस दुख की घड़ी में भी सिर्फ देश के बारे में सोच रही है और यही एक सच्चे देशभक्त की निशानी होती है।
मैंने मेरा दोस्त खो दिया- पीएम मोदी
विदेशी सरजमीं पर पीएम मोदी ने जब अरुण जेटली के निधन की खबर सुनी तो भावुक होते हुए कहा कि मैंने अपना सबसे प्यारा मित्र खो दिया और मैं इतनी दूर हूं और वो चला गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अरुण जेटली जी एक राजनीतिक दिग्गज थे, जो बौद्धिक और कानूनी रूप से मजबूत थे। साथ ही पीएम मोदी ने आगे लिखा कि वह एक मुखर नेता थे, जिन्होंने भारत में स्थायी योगदान दिया और उनका निधन बहुत दुखद है, उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।
लंबे समय से बीमार थे अरुण जेटली
पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली को 9 अगस्त को ही सांस लेने में दिक्कत की वजह से एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां दिन ब दिन उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी और 24 अगस्त को उन्होंने आखिरी सांस ली। बता दें कि अरुण जेटली पिछले साल से ही बीमार चल रहे थे, जिसकी वजह से उन्होंने इस बार का लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा और अब वे पूरे देश को विरान करके चले गए।