अगर आपको भी ये लगता है प्रदूषण के मामले में दिल्ली टॉप पर हैं तो हम आपको बता दें आपका अनुमान गलत है। क्योंकि दिल्ली की ये पोजिशन छीन ली है उत्तर प्रदेश ने। अभी दीवाली के पटाखे जले भी नहीं है और उत्तर प्रदेश के करीब 10 शहरों की हवा प्रदूषित हो चुकी है।
देश के सबसे ज़्यादा वायु प्रदूषण वाले 12 शहरों में से 10 अकेले यूपी के हैं। ये आकंड़े एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) की ओर से जारी किए गए हैं। इसमें गाज़ियाबाद 451 एक्यूआई के साथ सबसे ऊपर है। इसके बाद गुरुग्राम 426 एक्यूआई के साथ दूसरे नंबर पर। 400 से ज़्यादा एक्यूआई का मतलब है ऐसी हवा में सांस लेने से हेल्दी इंसान भी बीमार पड़ जाए और जिन्हें किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या है उनकी परेशानी और बढ़ जाए।
सबसे दूषित हवा के मामले में गाज़ियाबाद और गुरुग्राम के बाद बुलंदशहर 414, फरीदाबाद 413, नोएडा 408, हापुड़ 403, बागपत 401, दिल्ली 401, ग्रेटर नोएडा 394, कानपुर 383, आगरा 354, मुजफ्फरनगर 351, लखनऊ 314 और मुरादाबाद का एक्यूआई 301 दर्ज किया गया।
उत्तर प्रदेश में हो रहे धुआंधार निर्माण कार्य और सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या इस प्रदूषण के लिए ज़िम्मेदार है। ग्रीन बेल्ट के अभाव में हवा की गुणवत्ता दिन-ब-दिन और खराब होती जा रही है। खबरों की मानें तो वायु प्रदूषण से जुड़ी इस रिपोर्ट के बाद गाज़ियाबाद जिला प्रशासन हरकत में आया और जल्दबाज़ी में जिले के सभी निर्माण कार्यों को 11 नवंबर तक बंद करने का आदेश दे दिया।
दूषित हवा में सांस लेना बेहद खतरनाक होता है। हमारे देश में वायु प्रदूषण से हर साल 66,891 बच्चे मारे जा रहे हैं। दीवाली से पहले ही जब इन शहरों की हवा इतनी दूषित हो चुकी है तो दीवाली के बाद आप अंदाज़ा लगा सकते हैं इन शहरों की हवा में कितना ज़हर घुल जाएगा।