हाल ही में पीएम मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में सांसदों की अनुपस्थिति पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा था कि संसद में सांसदों की अनुपस्थिति को लेकर कोई बहाना नहीं चलेगा। पीएम मोदी की इस फटकार के बाद भी अभिनेता और सांसद सनी देओल (Sunny Deol) पर असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है।गुरुदासपुर से सांसद सनी देओल संसद में अपनी उपस्थिति सुधारने में विफल नजर आए।
17वीं लोकसभा के पहले सत्र में वह 28 दिन संसद में गैरमौजूद रहे। लोकसभा अटेंडेंस रिकॉर्ड के मुताबिक मानसून सत्र बढ़ाए जाने के बाद वह संसद में लगातार पांच दिन उपस्थिति रहे लेकिन इसके बाद वह लगातार एक हफ्ते संसद से नदारद रहे। कुल मिलाकर उन्होंने संसद की नौ बैठकों में भाग लिया लेकिन कुल 37 दिनों में से वह 28 दिन अनुपस्थिति रहे हैं।
पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे सन्नी देओल ने पंजाब के गुरुदासपुर से कांग्रेस सांसद सुनील जाखड़ को 82,459 मतों से हरा दिया था। उन्होंने इसी साल 23 अप्रैल को भाजपा का दामन थामा। वहीं, 2014 में गुरुदासपुर लोकसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार अभिनेता विनोद खन्ना ने जीत हासिल की थी। अप्रैल 2017 में विनोद खन्ना के निधन के बाद उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ को जीत हासिल हुई। हालांकि 2019 लोकसभा चुनाव में वह बीजेपी कैंडिडेट सनी देओल के खिलाफ चुनाव हार गए।
बता दें कि देओल परिवार से सनी तीसरे शख्स हैं जो राजनीति में आए हैं। उनसे पहले उनके पिता धर्मेंद्र बीकानेर सीट से बीजेपी के टिकट पर साल 2014 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके हैं। उनके अलावा हेमा मालिनी मथुरा से 2019 में दोबारा चुनाव जीतकर सांसद बनी हैं।