एक प्रतिभा
चंद्रभान 'ब्राह्मण' (1574-1662) फारसी के उन कुछ भारतीय कवियों में हैं जिन्हें इरान में भी मान्यता दी जाती है . लाहौर के सूबेदार अफजल बेग 'ब्राह्मण' के फारसी ज्ञान से इतना प्रभावित हुए थे कि उन्होंने 'ब्राह्मण' को शाहजहां के सामने पेश किया था. सम्राट ने ब्राहमण को 'फारसी जाने वाले हिंदू' और राय की उप