एक बार रवि पानी के अंदर तैर रहा था , वह पानी के अंदर गहराईयों में चला जा रहा था , तभी उसका एक्सीडेंट हो गया, कुछ मछलियों को गम्भीर चोट आयी। कुछ तो मरने के कगार पर आ गयी । जब वहां के सिक्योरिटी को पता चला तो , उन्होंने रवि को काटने के लिए दो केकड़ों को नागमणि देकर भेजा। उनका आदेश था कि वे रवि को सम्मोहित करके कारावास में उल्टा टांग दिया जाए , और पानी के अंदर उसे और पानी मे डुबाया जाए , वह भी उसे ऑक्सीजन पंप पहनकर , जिससे उसका दम घुट जाए और वह ऊपर चला जाये ।
रवि के पास पहुचते ही केकड़े वहां से हाँफते हुये भाग गए , क्योकि रवि के पास उसका दांत था जिससे देखते ही , केकड़ों को वह दृश्य याद आ गया कि कुछ करोड़ो साल पहले कैसे रवि जैसे लोगो ने उन केकड़ों के दोस्तो को पकड़कर , पानी के बाहर ले गए और बिना उन केकड़ों के दांतों को तोड़े और बिना भुने कच्चे खा गए थे ।
अब केकड़ों को अपनी जान की बात थी , और मणि भी उनके पास थी , तो ऐसे मौके पर तो उन्हें भागना ही थी , क्योकि वे लालची केकड़े भी थी और उनके ऊपर लाखो साल पहले मणि को चुराने के लिए दो नागों को ऊपर पहुचने का केस दर्ज भी था, लेकिन इस समय के सिक्योरिटी बोर्ड को इसके बारे में कुछ पता न था