बहुत समय पहले एक सांप था , जो इधर उधर भटकता रहता था। उसे लोगो को काटने का बहुत शौक था । एक बार वह जंगल मे रेंग रहा था , तभी एक अन्धा व्यक्ति उसे दांत से पकड़ लिया। अब सांप की हालत खराब हो गयी , उसकी सोचने की क्षमता अब खत्म हो गयी । वह किसी तरह अपने आप को उस व्यक्ति से अपने को छुड़ाया, और रेंगेने कि कोशिश की , लेकिन उसकी किस्मत खराब थी , वह रेंग नही पा रहा था , अब वह सोचा की अपनी हथियार निकलना पड़ेंगा, और सोच कर वह उड़ गया उस व्यक्ति के खोपड़ी पर , फिर कुछ जोश आया उसमे और वह रेंग के उस व्यक्ति के पैर पर गया , और उसे बिना दांतो के काट लिए, और अपना बदला भी पूरा कर लिया ।