ये वक्त गुजर जायेगा आयेगा याद में
मुस्कुराके जीता हूं मैं, ताकि मुस्कुराऊं बाद में
हर ख्वाब में,हर ख्वाहिश में, खुश हूं हर साज में
ये वक्त गुजर जायेगा आयेगा याद मे
मेरे भूत का नतीजा है,जो भी हूं आज मैं
भविष्य में क्या होगा ,देखा जायेगा बाद में
भविष्य की फ़िक्र से, क्यो खराब करूं आज मैं
ये वक्त गुजर जायेगा आयेगा याद में
खुश खुद में हूं जब तक, मैं जीवित हूं तब तक
अज्ञानता के तमस से, होऊं ज्ञान से जगमग
जी लूं हर दिन को, जी लूं हर रात में
ये वक्त गुजर जायेगा आयेगा याद में
बाद में क्यों, पछताना कि ,क्या था वो जमाना
जब जी लूंगा आज मैं,तब रह लूंगा याद में
पिछले पन्ने जीवन के, मैं रख लूं किताब में
ये वक्त गुजर जायेगा आयेगा याद में
थे साथ में जो, है साथ में वो,
शायद रहे ना वो साथ बाद में,
हो रास्ते भले अनेक,शायद मिलें वो बाट में
ये वक्त गुजर जायेगा आयेगा याद में
खुशियां अनेक होंगी, होंगे यार नये भी साथ में
पर यार वो ना होंगे ,जो गम को भी थे बांटते
खुदगर्ज होंगे नये लोग , सिर्फ़ खुशी में तेरे साथ हैं
ये वक्त गुजर जायेगा आयेगा याद में
किताब में लिख दूंगा मैं ,उन सभी दिनों को
यारों के वो किस्से जो कभी खत्म ना होंगे
पढ़ के याद करेंगे दिन बचपन के सब यार
पर अफसोस होगा तब ,शायद साथ हम ना होंगे
हाथ बांधे मैं खड़ा हू , हादसे भी है कई
हंसते हंसते हम जिये,हम खो जाये हम में कहीं
हममे हमारा सुख भी है और दुःख हमारा हम से है
मृत्यु हमारी हाथ में ना वो तो तय जन्म से है
इसलिए मैं खुल के जीता हूं
कागज पे शब्दों को सीता हूं
याद करे सब यार हमें ,चाहे रहे ना रहे बाद में
ये वक्त गुजर जायेगा और आयेगा फिर याद में
आशीष