कभी कभी ऐसा लगता है की कोई हमारी सुनने वाला भी हो जो हमारा दोस्त हो ..हम उसको अपने मन की बात , व्यथा ,परेशानी या समस्या शेयर कर सकें.पर भरोसा किसी का नहीं किया जा सकता ..क्या ऐसा होता है.. तो फिर किसको कहें अपनी बात ..भले ही कोई हमारी समस्या का हल नहीं बता सकता पर जब हमारी बात सुन लेता है ऐसा लगता है हमारे मन का बोझ हल्का हो गया .. आप को भी ऐसा लगता होगा ... तलाश जारी रखो ऐसे दोस्त की ...एक ग्रुप रीअराइस(rearise) ने एक ऐसी हो पेशकश की है . उनके द्वारा दिए गए नंबर पर आप रोज दोपहर बारह से एक के बीच अपने मन की बात शेयर कर सकते हैं .. वहां समाधान मिलेगा या नहीं यह नहीं कहा जा सकता पर आप अपने मन की बात कह कर अपना मन हल्का तो कर ही सकते हैं......नंबर है ..8602436121