बेटियां पूछती है गर्भ में से रोते रोते
क्यों कत्ल होता है मेरा बाबुल के होते होते
मां हो के हुयी न राजी करने को मेरी हत्या
मेरा कसूर क्या है मुझे इतना बता दो
क्यों करते हो ऐसा बेटियों के साथ मुझे इतना बता दो
मां तो बेबस है बेचारी पर बाबुल तो है सहारे
ऐ बाबुल प्यारे इतना बता दो क्यों करते हो मेरी हत्या।
क्या मुझे बेटों के समान जीने का हक नहीं
बेटों की चाह में न जाने कितनी बेटियों की हत्या कर दी जाती है
न जाने कितनी ही बेटियों को इस दुनिया में आने से पहले ही उसे कोख में मार दिया गया।
मां तो बेबस है बेचारी वो तो है दुख की मारी
चाह कर भी अपनी बेटी को नहीं बचा सकी
बेटों के लालची लोगों ने उस मां के दिल का दुख ना समझा।
"गुलशन अगर कलियां नहीं खिलेगी तो बेटों को फिर तुम्हारे बहुएं नहीं मिलेगी"
बेटियां घर की शान होती है, बेटियां तो जहान होती है बेटियां तो मां बाप का सहारा होती है
"बेटों को मां बाप की आंखो का तारा कहा जाता है,पर तारे तो हजार होते है , बेटियां तो चांदनी होती है और चांद तो इक होता है जो इस अंधेरी दुनिया को रोशन करता है।।"