बाल दिवस, जो हर साल 14 नवंबर को मनाया जाता है, बच्चों की खुशियों, उम्मीदों और उनके अधिकारों को सम्मानित करने का दिन है। यह दिन खास तौर पर पं. नेहरू के योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है, जो बच्चों के प्रति अपनी गहरी स्नेहभावना और उनके विकास के लिए समर्पित थे। इस दिन बच्चों की उम्मीदें होती हैं—उन्हें बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और एक खुशहाल जीवन मिले। बालकों की उम्मीदें केवल अच्छे भविष्य की नहीं, बल्कि उनके आज की खुशियों, उनके खेलने, पढ़ने और बिना किसी चिंता के जीने की होती हैं। बाल दिवस बच्चों के अधिकारों, जैसे कि उनका बचपन, शिक्षा का अधिकार, सुरक्षा और मानसिक शांति, को बढ़ावा देने के लिए भी महत्वपूर्ण है। बाल दिवस हमें याद दिलाता है कि हमें बच्चों के सपनों और उम्मीदों का सम्मान करना चाहिए और उनके जीवन को और बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए।
यह कहानी मेरे छोटे से गांव की है, जहां एक स्कूल में मेरे बाबा जी प्रधानाध्यापक थे। वहाँ हर साल बाल दिवस बड़े उत्साह से मनाया जाता था । उस साल भी बच्चे बाल दिवस की तैयारियों में व्यस्त थे , पर उन