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भागीरथी

15 जून 2022

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गंगा पूजन को मै चली की,
जय जय भागीरथी ।
भागीरथ ने अटल पत किन्हा,
व्रम्हा ,शिव को खुश किन्हा ।
तभी धारा धरा पे बही की
जय जय भागीरथी ।
पतित पावन है नाम तुम्हारा,
सारे जग को तारन हारा।
तेरी महिमा है कितनी भली की
जय जय भागीरथी ।
जो भी तेरे तट पे आता ,
हर हर गंगे बोल नहाता ।
उसकी सारी है विपदा टली की
जय जय भागीरथी ।
कहां तक तेरी महिमा गाऊ,
शब्दो से बता न पाऊ ।
तेरी भक्ति है कितनी भली की
जयजय भागीरथी

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गंगा पूजन को मै चली की,जय जय भागीरथी ।भागीरथ ने अटल पत किन्हा,व्रम्हा ,शिव को खुश किन्हा ।तभी धारा धरा पे बही कीजय जय भागीरथी ।पतित पावन है नाम तुम्हारा,सारे जग को तारन हारा।तेरी महिमा है कितनी भली की

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