व्हाट्सएप्प यूनिवर्सिटी की पहुंच गांव की चौपाल से लेकर देश की संसद और विधानसभाओं तक हो चुकी है. इसका परफेक्ट उदाहरण बीजेपी नेता विक्रम सिंह सैनी हैं. विक्रम सैनी मुजफ्फरनगर के खतौली से विधायक हैं. उन्होंने जवाहरलाल नेहरु को लेकर एक ऐसा कमेंट किया है जिसका पॉलिटिक्स से कोई लेना देना नहीं है. दरअसल सैनी ने कुछ दिन पहले नेहरु से रिलेटेड एक फेसबुक पोस्ट डाली थी. इसपर एक स्थानीय पत्रकार ने जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा:
‘नेहरू तो अय्याश था, उन्होंने अंग्रेजों के चक्कर में आकर पहले ही बंटवारा करा दिया था.उनका पूरा खानदान ही अय्याश था. राजीव ने शादी इटली में की, इनका तो काम ही ऐसा धंधा रहा है’
ऐसा नहीं है कि विक्रम सैनी का ये ऐसा इकलौता बयान है. इससे पहले सैनी ने कहा कहा था-
‘जो लोग भारत में असुरक्षित महसूस करते हैं, उनपर बमबारी की जानी चाहिए. अगर मुझे मंत्री बनाया गया तो ऐसे सभी लोगों पर बम गिराऊंगा, एक भी आदमी बक्शा नहीं जाएगा’.
यही नहीं, सैनी बीच-बीच में जनसंख्या नियंत्रण पर क़ानून लाने की भी मांग करते रहे हैं. इन्होने जनसंख्या नियंत्रण पर अपने ओजस्वी विचार रखते हुए एक बार कहा था-
‘जब तक जनसंख्या नियंत्रण पर कोई कानून नहीं आ जाता है मैंने अपनी पत्नी से कहा है कि खूब बच्चे पैदा करे, भले ही वो(पत्नी) कहती है कि दो बच्चे ही काफी हैं’.
सैनी के विवाद यहीं खत्म नहीं होते, इन्होंने एक बार ये भी कहा था:
‘हिंदुस्तान केवल हिंदुओं के लिए है, मुसलमानों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए’.
विक्रम सिंह सैनी कोई साधारण आदमी नहीं हैं बल्कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र यानी भारत के जनप्रतिनिधि हैं. जो संविधान की शपथ लेते हैं जिसकी प्रस्तावना की पहली लाइन ही यही है कि ‘हम भारत के लोग’. इन दो चार बयानों से ही भारतीय संस्कृति और संविधान पर इनकी समझ को समझा जा सकता है.