इस त्यौहार दुआ करो बूढा सरोवर का सौंदर्य ऐसा ही बना रहे !धन्य है छत्तीसगढ की धरती::यहां की मिटटी, पानी ओर गोबर तीनों ने लागों को जीने का तरीका बता दिया: इसकी सच्चाईजानना है तो राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब में शाम थोडा सा समय निकालिये और यहां केरंगीन नजारों के साथ स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्व
शहर की जिंदगी, घुटन बन गई हैं।जब शहर था सपना , तब गाँव था अपना।सोचा था शहर से एक दिन कमा लूँगा, के गाँव मे एक दिन कुछ बना लूँगा।शहर की चमक ने मुझे ऐसे मोड़ा, शहर मे ठहर जो गया थोड़ा।अब जिंदगी बन गई हैं, किराए का साया।मोडू जो गाँव का रुख थोड़ा, शहर की चमक बन गई है रोड़ा।कमाया था जो हमने शहर से, वो सब यही