मैं गणित शास्त्र का अध्यापक तथा कवि हूँ ।
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+++++++++++++++++++++++ शिव शम्भू को मैं हूँ,चला जगाने । गौरापति भोले को,व्यथा सुनाने ।। प्रभु तेरी चौखट पर ,दीप जलाने । आया मैं घावों को ,तुम्हें दिखाने ।। ++++++++++++++++++++++ हारा जाता जी