29 जून 2022
बहुत अच्छी टिप्पणी। धन्यवाद मैडम आपका।
30 जून 2022
सच ख़ामोशी से अपने को खुद तराशते हुए आगे बढ़ते जाना चाहिए। निरंतर चलते रहने से उड़ान एक न एक दिन मंजिल तक पहुँच ही जाती है और जब मंजिल पर कोई भी पहुँच जाता है फिर वह अकेला नहीं हर कोई उसके साथ होता है।
29 जून 2022