स्कूल के दिन याद करा दिए आपने, तब पढ़कर आगे क्या करेंगे कुछ भी निश्चित नहीं रहता था, अब के बच्चे आगे क्या करेंगे सोचते जरूर हैं और बहुत से अपनी राह चलते हैं लेकिन बहुत से भटक कर रह जाते है
यह एक कविता संग्रह है। जिसको हमने "दीप का कविता संग्रह" नाम दिया है। इसमें हमने हमारे समाज , प्रकृति और आसपास होने वाली घटनाओं को कविता का रूप दिया है। इस काव्य संग्रह की रचनायें किसी विशेष भाव से प्रेरित नहीं हैं।इस कविता संग्रह में हर प्रकार के भाव की रचनायें संग्रहित हैं और यह कविता संग्रह जीवन के विविध रँगों से सराबोर है।